वीएलडीडी कोर्स में दाखिले को लुवास में 4071 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा
- 1501 परीक्षा परीक्षा में रहे गैरहाजिर 5572 ने कराया था पंजीकरण फोटो संख्या- 210 जागर
- 1501 परीक्षा परीक्षा में रहे गैरहाजिर, 5572 ने कराया था पंजीकरण
फोटो संख्या- 210
जागरण संवाददाता, हिसार: लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) में रविवार को वीएलडीडी के दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित गई। प्रवेश परीक्षा में कुल 5572 प्रत्याशियों में से 4071 उपस्थित रहे। यह परीक्षा विश्वविद्यालय परिसर व हिसार शहर में स्थित 11 केन्द्रों पर आयोजित की गई। कुलपति डा. गुरदियाल सिंह, कुलसचिव डा. हरीश कुमार गुलाटी व निदेशक पैरा वेटरनरी साइंस डा. संदीप गेरा ने परीक्षा केन्द्रों का दौरा किया और परीक्षा के सभी प्रबंधों का जायजा लिया। निदेशक डा. संदीप गेरा ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय में महामारी से बचाव के कड़े इंतजाम किए थे। जिसमें परीक्षा में आने वाले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिग, सैनिटाइज कर व मास्क देकर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया। सभी उपस्थित प्रत्याशियों को मास्क विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया तथा हर कमरें के अंदर व बाहर सैनिटाइजर उपलब्ध कराए गए। कोविड नियमों के साथ परीक्षा कराने को शारीरिक दूरी का प्रयोग किया गया, सभी स्टॉफ को भी फेस शील्ड और दस्ताने प्रदान किए गए थे।
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आंखों की स्कैनिग के बाद ही मिला प्रवेश
परीक्षा में नकल रोकने व दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने वालों की कड़ी निगरानी के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इसके लिए परीक्षार्थियों की आईरीस (आंखों की)स्कैनिग व फोटोग्राफी भी की गई। परीक्षा स्थलों के गेट पर मेटल डिटेक्टर से चेक करके ही परीक्षार्थियों को अंदर प्रवेश की अनुमति दी गयी।
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नेटवर्क जैमर का भी किया प्रयोग
परीक्षा नियंत्रक डा. एस के गुप्ता ने बताया कि प्रत्याशियों को परीक्षा केन्द्र में मोबाइल फोन, कैलकुलेटर व अन्य किसी भी प्रकार का इलैक्ट्रानिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं थी। हर कमरे में मोबाइल नेटवर्क जैमर भी लगाए गए थे। यह परीक्षा सभी केन्द्रों पर शांतिपूर्वक संपन्न हुई।