गुरुद्वारा साहिब के कार्यो की देखरेख के लिए बनी 31 सदस्यीय समिति
जागरण संवाददाता हिसार नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा साहिब को लेकर विवाद दोबारा पनप गया है
जागरण संवाददाता, हिसार:
नागोरी गेट स्थित गुरुद्वारा साहिब को लेकर विवाद दोबारा पनप गया है। श्रीगुरु नानक निवास में प्रबंधक कमेटी के पूर्व पदाधिकारियों और गुरुघर से जुड़ी साध-संगतों ने बैठक कर सर्वसम्मति से गुरुद्वारा साहिब के कार्यो की देखरेख के लिए 31 सदस्यीय समिति का गठन किया गया। प्रधान पद का चुनाव लड़ने के लिए खड़े हुए सुखसागर ने इस समिति को मानने से इन्कार करते हुए पांच निष्पक्ष लोगों की कमेटी बनाने के आदेश को लागू करने की मांग की है।
गुरुद्वारा साहिब के चुनाव को लेकर अप्रैल 2018 में चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। विवाद बढ़ने पर 8 अप्रैल को चुनाव पर स्टे हो गया था। रजिस्ट्रार की तरफ से कमेटी बनी तो उसको भंग कर दिया गया। बाद में दोबारा से विवाद होने पर कमेटी बनी जो फिर भंग हो गई थी। अब दोबारा से एक कमेटी को बनाया गया है। इस कमेटी की जारी लिस्ट में गुरुद्वारा साहिब की देखरेख के लिए समिति बनाने की बात कही गई है।
बनाई गई समिति में स. निशान सिंह, अमरीक सिंह, संजीव सिंह पिन्ना, बलबीर सिंह गुड्डू, इकबाल सिंह, गुरमीत सिंह ढिल्लों, अजयपाल सिंह, कुलवंत सिंह, राजू, जसबीर सिंह लुदास, सुखविन्द्र सिंह बीड़ बबरान, स्वर्ण सिंह मदान, हरपाल सिंह दर्द गोल्डी, केएस गिल, कंवलजीत सिंह, गुरमेल सिंह, बीबी नक्षत्र, पुष्पेन्द्र कौर, चरणजीत कौर, मंजीत कौर, वर्षा रानी, वीना महेन्द्र कौर, रमिन्द्र सिंह शंटी, जगजीत सिंह, परमजीत सिंह लाडी, पलविन्द्र सिंह पिदा, रणजीत सिंह, सुखजीत सिंह, सुखबीर सिंह, जैला सिंह पीरांवाली शामिल रहे। यह समिति गुरुद्वारा कमेटी के आगामी कार्यक्रमों का जिम्मा संभालेगी। इसके अलावा प्रबंधक कमेटी के बारे में भी यही कमेटी निर्णय लेगी। समिति ने निर्णय लिया कि 16 जुलाई को एक बैठक कर आगामी कार्यक्रम पर विचार किया जाएगा।
स्टेट रजिस्ट्रार ने दिया हुआ है आदेश
प्रधान पद के लिए खड़े हुए सुखसागर ने कहा कि अभी रजिस्ट्रार के अंडर में गुरुद्वारा साहिब की जिम्मेदारी है। चुनाव नहीं होने पर स्टेट रजिस्ट्रार ने रजिस्ट्रार को पांच निष्पक्ष लोगों की कमेटी बनाने के आदेश दिए थे। उसमें वह सदस्य शामिल किए जाएंगे जो किसी टर्म में कोई पदाधिकारी नहीं रहे है। वह ही आगे के चुनाव करवाएंगे। जो कमेटी बनाई गई है उसको वह नहीं मानते।