पराली जलाने पर 26 एफआइआर, 8 सरपंचों को नोटिस, फिर भी शहर की हवा जहरीली
स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है तो आंखों में जलन के मारे बुरा हाल है। पराली न जलाई जाए इसके लिए प्रशासन ने कमर तो कसी मगर अभी भी धुएं से राहत नहीं मिल रही
हिसार, जेएनएन। हिसार में प्रदूषण एक बार फिर चरम पर है, गैस चैंबर जैसी स्थिति बन गई। जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में पीएम 2.5 का स्तर औसत आंकड़ा 445 माइक्रोग्राम घन प्रतिमीटर तक पहुंच गया। वहीं दोपहर तीन बजे तो यह आंकड़ा 700 तक चला गया था, ऐसी स्थिति में लोंगों को सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई। खासकर उन लोगों को उनकी दमा की परेशानी है। ऐसे में पराली जलाने वालों के खिलाफ प्रशासन और ज्यादा सख्त हो गया है। प्रशासन ने पराली जलाने वालों पर कार्रवाई शुरू की हुई है।
हालांकि मंगलवार को एक भी स्थान पर खेतों में आग नहीं लगी। मगर यह स्थिति तब बनी हुई है, जब हिसार में पराली जलाने वालों पर प्रशासन लगातार सख्ती दिखा रहा है। अभी तक 26 एफआइआर किसानों पर दर्ज की जा चुकी हैं तो 8 सरपंचों पर पराली अभियान में सहयोग न करने पर नोटिस देने की कार्रवाई भी जारी है। इसके अलावा कई गांवों में नंबरदारों को नोटिस थमाया गया है।
इन ब्लॉक में अभी तक हो चुकी हैं एफआइआर
बरवाला- 8
उकलाना- 10
नरनौंद- 1
अग्रोहा- 3
हिसार प्रथम- 4
इन गांवों में सरपंचों को सस्पेंशन की चेतावनी
हांसी प्रथम में कुतुबपुर, हिसार प्रथम में कैमरी, नारनौंद में रजपुरा व बुढ़ाना, बरवाला, उकलाना में पाबड़ा व अन्य गांवों में सरपंचों को सस्पेंशन की चेतावनी का नोटिस दिया गया है।