हिसार और फतेहाबाद के 2100 युवाओं ने किया आवेदन, 113 ही सेना भर्ती में पहली बाधा कर पाए पार
जागरण संवाददाता हिसार हिसार मिलिट्री स्टेशन में रविवार को जिला हिसार और फतेहाबाद
जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार मिलिट्री स्टेशन में रविवार को जिला हिसार और फतेहाबाद के लिपिक वर्ग के लिए भर्ती हुई। इसके लिए लगभग 2100 युवाओं का पंजीकरण हुआ था। भर्ती के लिए सुबह से ही अभ्यर्थियों का आर्मी कैंट के सामने जमावड़ा लगना शुरू हो गया। किसी ने टेंट में रात बिताई तो कई अभ्यर्थियों ने कैंट के सामने बनी कॉलोनियों में दुकानों आदि स्थानों पर किराया देकर सुबह तीन बजे तक का समय व्यतीत किया। धुंध और कड़ाके की सर्दी में अभ्यर्थी डॉट सीएसडी कैंटीन के सामने लाइन लगाए खड़े दिखाई दिए। 2100 प्रतिभागियों को जांच की एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। भर्ती निदेशक, कर्नल प्रसून जोशी ने कहा कि आज हुई भर्ती प्रक्रिया में 113 युवा ने मैदान की पहली बाधा पार कर पाए हैं। अब चयनित युवाओं का मेडिकल तथा अन्य टेस्ट कल से शुरू होंगे।
--------------------
आज हांसी तहसील के लिए बुलाए आवेदक
सेना भर्ती के तीसरे दिन सोमवार को जिला हिसार के हांसी तहसील की सोल्जर जीडी और ट्रेड्समैन की भर्ती होगी। इसके लिए लगभग 2100 युवाओं ने आवेदन दिया है। अभी तक हिसार, सिरसा, जींद और फतेहाबाद से करीब 4200 अभ्यर्थी इस भर्ती प्रक्रिया में प्रतिभाग कर चुके हैं। कोरोना काल के बाद प्रदेश में सबसे बड़ी सेना भर्ती इस समय हिसार आर्मी कैंट में चल रही है।
---------------
फिजिकल में इन प्रक्रियाओं से गुजरना होता है
सेना भर्ती में चयन प्रक्रिया के तहत एक विशेष प्रारूप है। जिसमें सबसे बड़े 1600 मीटर की दौड़, उसके बाद बीम, 9 फीट का गड्ढा पार करना, जिगजैग वॉक करना। इसके बाद उम्मीदवारों का शारीरिक मापदंड होता है। इसमें पास हुए उम्मीदवारों को अगली प्रक्रिया के लिए बुलाया जाएगा।कोरोना के बीच सेना भर्ती प्रक्रिया काफी सख्त दिखाई दी। अभ्यर्थियों को थर्मल स्कैनिग करने के बाद ही प्रवेश दिया गया। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच करने के लिए भी विशेषज्ञ बुलाए गए थे। सुबह तीन बजे से भर्ती प्रक्रिया शुरू जरूर हुई मगर आठ से नौ बजे तक अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। ताकि कोई भी अभ्यर्थी इस प्रक्रिया से वंचित न रह जाए।
----------
अलाव का लिया सहारा
सेना भर्ती में अभ्यार्थियों को जूते और मोजे उतार कर ही प्रवेश दिया गया। मोबाइल फोन भी अंदर नहीं ले जा सकते थे। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के साथ आए उनके परिजन अलाव का सहारा लेते दिखाई दिए। ठंड इतनी थी कि लोग कंबल ओढ़े खड़े दिखे। इसके साथ ही बार-बार अनाउंसमेंट की जा रही थी कि कोई भी अभ्यर्थी अपने साथ नशीला पदार्थ, इंजेक्शन या अन्य अवैध सामन लेकर न आए।