प्रथम निमंत्रण आपको..एसडीएम पूरण कीजो काज
- हिसार में अलग-अलग स्थानों पर 20
- हिसार में अलग-अलग स्थानों पर 237 शादियों की दी गई है अनुमति
फोटो संख्या- 210
वैभव शर्मा, हिसार
दांपत्य जीवन में बंधने से पहले अक्सर प्रथम निमंत्रण यानि पीली चिट्ठी भगवान गणेश को अर्पित की जाती है। चिट्ठी देते समय कहा जाता है कि प्रथम निमंत्रण आपको पूरण कीजो काज, मगर वर्षों से चली आ रही सनातन धर्म में विवाह की यह परंपरा कोरोना काल में बदल गई है। अब लोग एसडीएम को पीली चिट्ठी देते हुए कह रहे हैं कि प्रथम निमंत्रण आपको. एसडीएम पूरण कीजो काज। ऐसा ही कुछ नजारा वीरवार और शुक्रवार को हिसार के एसडीएम अश्वीर नैन के कार्यालय में दिखा। शादी के लिए शुभ तिथियां कम होने के कारण लोग चाहते हैं कि उन्हें तय तिथि में प्रशासन अनुमति दे। इसी लिए जिले में शादियों के आवेदन भी खूब आ रहे हैं। अभी तक हिसार में 237 शादियों को अनुमति दी जा चुकी है।
------------------
इसलिए प्रशासन को दे रहे हैं प्रथम निमंत्रण
दरअसल कोरोना के प्रभाव के चलते विवाह या किसी अन्य कार्यक्रम को आयोजित करना हो तो प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। कार्यक्रमों की अनुमति देने की जिम्मेदारी उन क्षेत्रों के एसडीएम (उप मंडल अधिकारी) को दी गई है। एसडीएम यह सुनिश्चित करते हैं कि विवाह समारोह में सरकार के निर्देश के अनुसार भीड़ एकत्रित हो।
------------------
अनुमति के बाद भी हो रहा निरीक्षण
हाल ही में कोरोना से मरने वाले लोगों और संक्रमितों की संख्या बढ़ी तो सरकार ने शादियों में व अन्य भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए लोगों की सीमा निर्धारित कर दी। इसमें इंडोर भवन में 50 तो आउटडोर में 100 लोगों के एकत्रित होने पर ही अनुमति दी जाती है। इसके साथ ही अनुमति देते समय शारीरिक दूरी और सैनिटाइजेशन के विशेष निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बाद ही शादी वाले दिन एसडीएम स्वयं व तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों के साथ निरीक्षण पर भी जा रहे हैं।