अनयूज फुटओवर ब्रिज पर नहीं लगेंगे 2.39 करोड़ रुपये के एस्केलेटर, विधायक ने दिए संकेत
फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया था। उस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। उस ब्रिज के बनने के बाद लोग उस पर नहीं चढ़े। अब एस्केलेटर लगाने का प्लान बनाया गया है।
हिसार, जेएनएन। तलाकी गेट पर बने फुटओवर ब्रिज पर एस्केलेटर नहीं लगेगा। जनता का पैसा बर्बाद हो इस लिए प्रोजेक्ट के दोबारा रिव्यू के विधायक ने संकेत दे दिए है। विधायक डा. कमल गुप्ता के विदेश से आने के बाद नगर निगम मेयर गौतम सरदाना ने उनसे बातचीत की। अब इस प्रोजेक्ट पर दोबारा से रिव्यू किया जाएगा। एस्केलेटर पर दो करोड़ 39 लाख रुपये का पैसा लगाया जाना है। उसके सामान जॉनसन कंपनी की तरफ से सामान भी हिसार पहुंचा दिया गया। शहर के लोगों की तरफ से इस पैसों की बर्बादी ना हो। दैनिक जागरण की तरफ से इस मुद्दे को 21 जून से लगातार उठाया जा रहा है।
कांग्रेस राज में पांच साल पहले तलाकी गेट पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया था। उस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। उस ब्रिज के बनने के बाद लोग उस पर नहीं चढ़े। ब्रिज पर लगाया गए पैसा का सही प्रयोग नहीं होने से शहर के लोग काफी परेशान थे। बाद में मुख्यमंत्री ने इस पुल को प्रयोग में लाने के उद्देश्य से एस्केलेटर लगाने की घोषणा की। अब बस स्टैंड को भी यहां से शिफ्ट करने का प्रोजेक्ट चल रहा है। यदि ऐसा होता है तो एस्केलेटर की जरूरत नहीं पड़ेगी। पीडब्ल्यूडी के इस प्रोजेक्ट पर शहर के लोगों ने पूर्ण विरोध शुरू किया। दैनिक जागरण की तरफ से इस प्रोजेक्ट पर लोगों के साथ खड़े हुए।
विधायक डा. कमल गुप्ता के विदेश में होने के कारण लोग उनसे यह मांग नहीं रख पाए थे। उनके यहां आने के बाद अब निगम मेयर ने भी पैसे की बर्बादी नहीं होने देने के लिए विधायक से बातचीत की। साथ ही उनको जनता के विरोध के बारे में बताया। उनकी तरफ से इस प्रोजेक्ट के रिव्य पर हामी होने पर आगे के लिए अब कदम उठाए जा रहे है।
तलाकी गेट पर 2012 में फुटओवर ब्रिज बनाने के लिए मंत्री ने शिलन्यास किया था। 2013-14 में ब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद पूर्व मंत्री सावित्री ङ्क्षजदल ने उद्घाटन किया। करीब 100 मीटर लंबा पुल होने के कारण बुजुर्ग लोग इस पर नहीं चढ़ते थे। भाजपा सरकार आने पर इस पर हैंगिग मार्केट बनाने की योजना बनी लेकिन बाद में उस पर काम नहीं हुआ। फिर मुख्यमंत्री ने इस पर एस्केलेटर लगाने की घोषणा की। अप्रैल 2018 में इसके टेंडर हुए और अब इसे लगाने के लिए सामान पहुंचा है।
हर रोज गुजरते हैं 60 हजार वाहन
तलाकी गेट से हर रोज 60 हजार वाहन निकलते हैं। इसके कारण यहां जाम की स्थिति रहती है। फुट ब्रिज का लोगों सड़क मार्ग आराम से वह पार कर सके इस लिए बनाया था लेकिन लोगों ने उसका प्रयोग नहीं किया। इतने वाहनों के कारण दिन के समय जाम की समस्या ज्यादा रहती है। इस चौक पर ऋषि नगर के नजदीक अस्पताल में आने जाने वालों की संख्या भी ज्यादा होती है। साथ ही बस स्टैंड नजदीक होने के कारण जाम ज्यादा रहता है।
धर्मशाला की नहीं मिल पाई जमीन
एस्केलेटर लगाने के लिए बस अड्डे के साथ मौजूद संती देवी धर्मशाला से पीडब्ल्यूडी ने जमीन मांगी गई। लेकिन जमीन नहीं मिली और एस्केलेटर को दीवार के साथ ही लगाने का निर्णय लिया गया। इससे मौजूदा पुल के कुछ हिस्से को तोड़ा भी जा सकता है। इस प्रोजेक्ट से जहां पुराने पुल को नुकसान होगा वहीं आने वाले समय में दिक्कत भी हो सकती है।
ये है तलाकी गेट की स्थिति
- तलाकी गेट की सड़क : करीब 35 फीट
- फुट ओवरब्रिज की लंबाई : करीब 100 मीटर
- फुट ओवर ब्रिज का शिलान्यास - वर्ष 2012
- अब तक इतने हो चुके हैं खर्च : करीब 1.50 करोड़
- अब आगे इतने होने हैं खर्च : 2.39 करोड़
- स्थिति : ब्रिज के चढऩे वाला कोई रास्ता खुला नहीं। हर जगह सब्जी वाले बैठे
--जनता की आवाज को देखते हुए प्रोजेक्ट का दोबारा रिव्यू किया जाएगा। पैसा की बर्बादी न हो इस बात का वह ध्यान रखेंगे।
- डा. कमल गुप्ता, विधायक, हिसार
---विधायक डा. कमल गुप्ता से बातचीत की थी। जनता की आवाज को उन तक पहुंचाया गया है। इस पर रिव्यू होना चाहिए।
- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम।