टिड्डी दल पर कंट्रोल के लिए 1500 लीटर कीटनाशक उपलब्ध, ग्रामीण स्तर पर टीमें गठित
जागरण संवाददाता हिसार टिड्डी दल को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन की तरफ से तैयारियां
जागरण संवाददाता, हिसार: टिड्डी दल को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन की तरफ से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। टिड्डियों को मारने और किसानों की फसल को बचाने के लिए 1500 लीटर कीटनाशक जिले में उपलब्ध है। गांव स्तर पर भी टीमों का गठन कर उनका वाट्सएप ग्रुप बनाया गया ताकि तुरंत सूचना अधिकारियों तक पहुंच गए। साथ ही कृषि विभाग के अलावा एचएयू के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर टीम का गठन कर दिया गया है। उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने टिड्डी दल के आने और उनसे निपटने के लिए तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक भी की। अधिकारियों की तरफ से टिड्डी दल की पल पल की सूचना पड़ोसी जिलों और राज्यों से ली जा रही है।
टिड्डी दल किसानों की फसलों को आने पर काफी नुकसान पहुंचता है। दिन में उड़ने के साथ वह रात को खेतों में बैठता है। उसी दौरान प्रशासनिक अधिकारी व किसान मिलकर उसको खत्म कर सकते हैं। उसी की तैयारी के लिए कीटनाशक को रिजर्व कर दिया गया है। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने जरूरत पड़ने पर कीटनाशक और मंगवाने का आश्वासन भी दिया है।
उपायुक्त ने बताया कि टिड्डी दल मनुष्यों को नुकसान नहीं करता है, इसलिए इसके प्रति घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने जिला में क्लोरोपाइरिफोस दवा की उपलब्धता की जानकारी अधिकारियों से ली। डा. प्रियंका सोनी ने कहा कि फायर ब्रिगेड विभाग अपनी गाड़ियां 24 घंटे तैयार रखें। इसी प्रकार वन विभाग अपनी वन संपदा को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक प्रबंध करवाएं। उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग अपनी नर्सरियों आदि की टिड्डी दल से सुरक्षा के लिए उपयुक्त प्रबंध करवाएं।
बैठक में एसीयूटी अंकिता चौधरी, डीएफओ सुनील ढाका, डीआरओ राजबीर सिंह धीमान, कृषि उपनिदेशक डा. विनोद फोगाट, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर डा. पीके हुड्डा, डीएचओ सुरेंद्र सिहाग, डा. नरेंद्र, फायर ऑफिसर ताराचंद, कृषि विभाग से डा. प्रवीन मंडल, डा. अरुण यादव, डा. सोमप्रकाश आदि मौजूद थे।
----------------
किसान न घबराएं, तैयारियां पूरी :
उपायुक्त उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने कहा कि पिछले कुछ समय से पड़ोसी राज्यों में टिड्डी दल की मौजूदगी के समाचार आ रहे हैं, लेकिन किसान टिड्डी दल से घबराएं नहीं। प्रशासन की टीमें पूरी तरह से मुस्तैद हैं। किसान भी टिड्डी दल के आने और इससे निपटने में प्रशासन के साथ सतर्कता के साथ सहयोग करें। उन्होंने कृषि विशेषज्ञों से टिड्डी दल के जीवन चक्र और इनके खात्मे के संबंध में विशेष रूप से चर्चा करते हुए टिड्डी दल से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधनों, कीटनाशकों, ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रे यंत्र आदि की उपलब्धता की समीक्षा की। बैठक में हकृवि के कीट विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. योगेश ने टिड्डी दल के व्यवहार के संबंध में जानकारी दी।
डा. योगेश ने बताया कि यह दिन में सफर करता है। सूर्यास्त होते ही खेतों में बैठ जाता है। यदि उसी समय स्प्रे कर दिया जाए तो टिड्डी दल को नष्ट किया जा सकता है। इस संबंध में क्लोरोपाइरिफोस दवा कारगर साबित हो रही है। अमूमन टिड्डी दल सब्जियों पर बैठता है और ट्रैक्टर के साइलेंसर या किसी अन्य यंत्र की तेज आवाज, धुएं व आग से यह उड़ जाता है। सफर के दौरान पैदा होने वाली टिड्डी ज्यादा लंबा नहीं उड़ पातीं और खाई खोदकर, पलेवा करके इन्हें खत्म किया जा सकता है।
-----------
हेल्पलाइन नंबर
किसान बंधु नामक हेल्पलाइन नंबर 01662-225713 पर फोन करके अथवा कृषि विभाग के नोडल अधिकारी डा. अरुण कुमार (9215809009) को फोन करके भी सूचना दे सकते हैं।