जेब में था एटीएम, बिना ओटीपी पूछे बैंक अकाउंट से उड़ाए 15 हजार रुपये
साइबर क्रिमिनल इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और डेटा को ट्रेस कर खातों से पैसे निकाल लेते हैं। उपभोक्ता से बिना ओटीपी पूछे ही अकाउंट से हजारों रुपयों की शॉपिंग करते हैं।
हिसार, जेएनएन। महाबीर कॉलोनी निवासी मितेश कुमार के खाते से किसी ने धोखाधड़ी कर 15 हजार रुपये निकाल लिए। मितेश ने बैंक में काम करने वाले कर्मचारियों पर शक जाहिर किया है। आरोप है कि बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत कर खाते से किसी ने नकदी निकाली है। सेक्टर 9-11 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। हालांकि इन दिनों साइबर क्रिमिनल इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और डेटा को ट्रेस कर खातों से पैसे निकाल लेते हैं। उपभोक्ता से बिना ओटीपी पूछे ही अकाउंट से हजारों रुपयों की शॉपिंग कर ली जाती है।
महाबीर कॉलोनी के मितेश ने पुलिस को शिकायत देकर कहा कि ङ्क्षजदल चौक के पास बैंक ऑफ बड़ौदा में उसका खाता है। मेरे खाते से 18 मार्च को किसी ने 15 हजार रुपये धोखाधड़ी कर निकाल लिए। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं मिली। मितेश ने कहा कि मेरे पास रुपये निकलने का न कोई मैसेज आया और न किसी ने ओटीपी पूछा था। मुझे धोखाधड़ी का उस समय पता चला, जब मैं 31 मार्च को अपना खात चेक कर रहा था।
उनका कहना है कि बैंक वालों के सिवाय मेरे खाते की डिटेल किसी को नहीं पता। फिर भी रुपये निकाल लिए गए। आरोप है कि बैंक के किसी कर्मचारी ने मिलकर साजिश के तहत मेरे खाते की डिटेल किसी को देकर रुपये निकलवाए हैं। सेक्टर 9-11 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए ये रखें सावधानी
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आप यह ध्यान रखें की अपने कार्ड पर लिखे 16 अंक, फोन पर आने वाला ओटीपी नंबर किसी को नहीं बताएं। बैंको की ओर से सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी एटीएम उपभोक्ता को किसी सर्विस बंद या शुरू करवाने के लिए फोन कॉल नहीं की जाती है। ऐसे में कार्ड ब्लॉक होने की सूचना, या क्रेडिट कार्ड जारी करने को लेकर अगर आपके पास बैंक कर्मी बता कोई फोन कॉल करें तो कार्ड से संबंधित किसी तरह की जानकारी उन्हें न दें। इसके अलावा इंटरनेट पर किसी भी नई एप का प्रयोग कर भुगतान न करें।