15 दिन से 30 हजार लोग दूषित पानी पीने को मजबूर, चंडीगढ़ तक साधा संपर्क पर समाधान नहीं
जागरण संवाददाता हिसार हिसार में कागजों में जनता शुद्ध पेयजल पी रही है। बात जब धरातल की
जागरण संवाददाता, हिसार : हिसार में कागजों में जनता शुद्ध पेयजल पी रही है। बात जब धरातल की करते तो तस्वीर पलट जाती है। हिसार के पटेल नगर सहित छह से अधिक ऐसी कालोनियों हैं जिनमें रहने वाले 30 हजार से अधिक लोगों के घरों में दूषित पेयजल सप्लाई हो रहा है। लापरवाही का आलम ये है कि पिछले 15 दिन से लगातार आर रहे दूषित पेयजल की समस्या से निजात पाने के लिए जनप्रतिनिधि से लेकर जनता तक ने चंडीगढ़ से लेकर एसई, एक्सईएन तक से समाधान की गुहार लग ली लेकिन सभी जिम्मेदार कार्रवाई के नाम पर मौन है। पार्षद महेंद्र जुनेजा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं तो हैरान हूं कि सरकार ऐसे लापरवाह अफसरों पर सख्त कार्रवाई क्यों नहीं करती। हमारी मांग है कि लापरवाह अफसरों पर सख्त संज्ञान लिया जाए। सोमवार को जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों के खिलाफ संघर्ष की आगामी रणनीति के लिए क्षेत्रवासियों से पार्षद ने विचार विमर्श किया।
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जज के आदेश के बावजूद दूषित पानी सप्लाई बरकरार
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के जज प्रीतम पाल ने एनजीटी की मीटिग में उपायुक्त से लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों तक को आदेश दिए थे कि वे पटेल नगर क्षेत्र में लंबे समय से आ रही दूषित पेयजल सप्लाई को दुरुस्त करवाओ। उनके आदेश के एक साल से भी अधिक समय के बावजूद आज तक पेयजल सप्लाई व्यवस्था उसी ढर्रे पर चल रही है। उसी कड़ी में पिछले 15 दिन से कॉलोनियों में दूषित पेयजल सप्लाई हो रहा है। हालात ये है कि सोमवार को पार्षद सहित वार्ड के कई लोगों ने दूषित पेयजल के कारण अपनी टंकियां साफ करनी पड़ी।
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इन कॉलोनियों में आ रहा दूषित पेयजल
पटेल नगर
वाल्मीकि मोहल्ला
गांधी नगर
आठ मरला कॉलोनी
संजय नगर
एडवोकेट कॉलोनी
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वर्जन :
पटेल नगर सहित 6 कालोनियों में पिछले 15 दिनों से लगातार दूषित पेयजल सप्लाई हो रहा है। चंडीगढ़ में बैठे चीफ इंजीनियर स्तर के अफसरों से लेकर हिसार में बैठे एसई, एक्सइएन तक से पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग कर चुके है। लेकिन समाधान के नाम पर केवल आज कल का आश्वासन ही मिल रहा है। उपायुक्त इस मामले में संज्ञान ले।
- महेंद्र जुनेजा, वार्ड-17 पार्षद।