अमेरिका के 76 घंटे का तोड़ा रिकार्ड, 83 घंटे लगातार अभिनय कर रोहित ने बनाया वर्ल्ड रिकार्ड
रक्तरंजित मयूर पंख नाटक की 83 घंटे की प्रस्तुति देकर रोहित कौशिक ने अमेरिका की 76 घंटे की प्रस्तुति का रिकार्ड तोड़ा है। यह रिकार्ड अब गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हो होगा।
हिसार, जेएनएन। नाटक, ड्रामा, थियेटर ये शब्द सुनते ही आपके जहन में एक से डेढ़ घंटे तक किसी विषय पर दिखाए जाने वाले अभिनय का ख्याल आता होगा। मगर सोचिए अगर आपको 100 घंटे तक चलने वाला नाटक देखना पड़े तो। शायद सोचकर ही आपकी हालत खराब हो जाए। मगर अभिनय के मुरीद एक ऐसे कलाकार हैं जो 83 घंटे तक अकेले ही नाटक में अभिनय किया है। हिसार की गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के सभागार में नाटक रक्तरंजित का मंचन का पांच दिनों तक चला। अब इस रिकार्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भारत देश की ओर से दर्ज होगा। वहीं 83 घंटे तक की प्रस्तुति के बाद अमेरिका में 76 घंटे तक की लगातार प्रस्तुति का रिकार्ड भी टूट गया है। लगातार संवाद बोले जाने के बाद भी कलाकार रोहित कौशिक डटे रहे। रोहित ने इस प्रस्तुति के बीच में दस-दस मिनट करके छह घंटे का ब्रेक लिया और कुल 89 घंटे 44 मिनट तक अपनी प्रस्तुति दी। भिवानी निवासी रोहित कौशिक ने 25 दिसंबर को शाम साढ़े 4 बजे रक्तरंजित मयूर पंख नाटक का मंचन शुरू किया था और 30 दिसंबर तक सुबह 10.14 बजे तक अनवरत चला।
मेडिटेशन के कारण कर पाए मंचन
रोहित कौशिक ने बताया कि गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड के नियमों के अनुसार हर घंटे में अधिकतम 10 मिनट का ब्रेक लिया जा सकता है। मगर उन्होंने कभी 2 तो 4 घंटे में 10-10 मिनट का ब्रेक लिया। एक बार तो उन्होंने 8 घंटे तक अभिनय किया। इस दौरान वे जूस, ब्लैक टी और पानी पर निर्भर रहे। रोहित ने कहा कि मेडिटेशन के कारण वे इतने लंबे समय तक इस नाटक का मंचन कर पाए। उन्होंने बताया कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए रेस्ट या ब्रेक के समय की गणना नहीं की जाती। भगवान श्रीकृष्ण की लीला का मंचन कर रहे रोहित कौशिक की उर्जा, लय और तारतम्यता के अनवरत प्रदर्शन ने सबको हैरान कर दिया है।
अमेरिका के नाम है वर्तमान रिकार्ड
कुछ वर्ष पहले अमेरिका में छात्रों द्वारा 76 घंटे की सबसे लंबी प्रस्तुति दी गई थी। रोहित कौशिक का लक्ष्य एकल नाटक रक्तरंजित मयूरपंख की अनवरत प्रस्तुति देकर 76 घंटे का रिकार्ड तोडऩा है। इसके लिए वो 77 घंटे की भी प्रस्तुति दे सकते थे। मगर उनका कहना है वो 83 घंटे प्रस्तुति देकर एक नया किर्तिमान स्थापित किया है, ताकि भारत में बने इस रिकार्ड को कोई दूसरा आसानी से न तोड़ सके।
भगवान श्रीकृष्ण पर आधारिक नाटक की पठकथा
नाटक रक्तरंजित मयूर पंख भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीला पर आधारित था। श्रीकृष्ण की वेशभूषा धारण किए हुए रोहित ने अभिनय किया है। पहले ही दिन मनभावन डायलॉग के साथ शुरू हुआ नाटक का मंचन इसी तरह चलता रहा। नाटक का सबसे चर्चित संवाद यह रहा जब भगवान श्रीकृष्ण ने कहा मेरी मां ने मयूरपंख से मेरा विचित्र अभिषेक किया था... कुरुक्षेत्र में धर्म की लड़ाई लड़ते वक्त मेरा यह मयूरपंख रक्तरंजित हो गया। इस तरह के संवाद सुन चुनिंदा दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए।