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गुरुग्राम इलाके में रहेंगे दिल्ली से आने वाले श्रमिक

सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर गुरुग्राम पुलिस की सख्ती से दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले काफी श्रमिक टूट गए।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 08:15 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 06:14 AM (IST)
गुरुग्राम इलाके में रहेंगे दिल्ली से आने वाले श्रमिक
गुरुग्राम इलाके में रहेंगे दिल्ली से आने वाले श्रमिक

आदित्य राज, गुरुग्राम

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सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर गुरुग्राम पुलिस की सख्ती से दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रहने वाले श्रमिकों ने अब गुरुग्राम इलाके में ही रहने का मन बना लिया है। सभी डूंडाहेड़ा, मोलाहेड़ा एवं सिरहौल इलाके में आशियाने की तलाश करने लगे हैं। यही नहीं, बताया जाता है कि कंपनियां भी उन्हें यही सलाह दे रही हैं कि वे दिल्ली के बजाय गुरुग्राम में आकर रहें।

कोरोना महामारी का संक्रमण दिल्ली इलाके में अधिक होने की वजह से गुरुग्राम के जिलाधीश अमित खत्री का आदेश है कि जो लोग गुरुग्राम में रहते हैं और काम दिल्ली में करते हैं वे दिल्ली में ही रहें। इसी तरह जो लोग दिल्ली में रहते हैं और काम गुरुग्राम में करते हैं वे गुरुग्राम में ही रहें। इससे दिल्ली के कापसहेड़ा, बिजसवान, रजोकरी एवं सालापुर इलाके में रहने वाले हजारों श्रमिकों के सामने गंभीर समस्या पैदा हो गई है।

ये सभी गुरुग्राम के उद्योग विहार इलाके की फैक्ट्रियों में काम करते हैं और रोजाना काम के लिए घर से निकलते हैं लेकिन सीमावर्ती इलाकों के नाकों पर उन्हें रोक दिया जाता है। शुक्रवार को भी काफी संख्या में श्रमिक कापसहेड़ा बॉंर्डर पर पहुंचे लेकिन उन्हें लौटा दिया गया। बता दें कि जिन लोगों पर ई-पास है उन्हें ही गुरुग्राम सीमा में प्रवेश करने दिया जाता है। इनके अलावा अति आवश्यक सेवाओं से संबंधित वाहन एवं मालवाहक वाहनों की आवाजाही पर रोक नहीं है। गुरुग्राम इलाके में अधिकांश मकान खाली हो गए

लॉकडाउन लागू होने के बाद से दूसरे राज्यों के श्रमिकों का अपने गृह प्रदेश जाने का सिलसिला लगातार जारी है। इस वजह से गांव डूंडाहेड़ा, सिरहौल, मोलाहेड़ा सहित कई गांवों के अधिकतर मकान खाली हो गए हैं। पीजी सुनसान हो चुके हैं। खाली पड़े मकान दिल्ली के इलाके में रहने वाले श्रमिकों के नए आशियाने होंगे। सूत्र बताते हैं कि उद्यमियों ने भी श्रमिकों से कहा है कि वे गुरुग्राम में ही रहें। कुछ ने तो किराया भी देने का ऑफर कर दिया है। इस वजह से भी श्रमिकों ने गुरुग्राम में रहने का मन बना लिया है।

श्रमिक जयदयाल, रघुवंश, नरेश यादव एवं लक्ष्मी नारायण का कहना है कि वे वर्षों से कापसहेड़ा इलाके में रह रहे हैं। पूरा समाज वहीं है। परिवार चलाने के लिए आशियाना बदलना ही पड़ेगा।

. जब तक जिलाधीश का आदेश लागू है तब तक दिल्ली इलाके में रहने वाले श्रमिकों को एक बार ही गुरुग्राम सीमा में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए कंपनियों को अपनी सूची सौंपनी होगी। रोक इसलिए लगाई गई है ताकि रुटीन में आवाजाही कम हो।

बिरम सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त (उद्योग), गुरुग्राम


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