दूषित पेयजल आपूर्ति पर भड़के लोग, की नारेबाजी
दूषित पेयजल आपूर्ति व पेजयल संकट पर लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बार-बार शिकायत के बावजूद भी जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समस्या का समाधान करने को गंभीर नहीं है, जिसके चलते बृहस्पतिवार को वार्ड नंबर-2 की महिलाओं ने जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के सामने नारेबाजी की और कार्यालय का घेराव किया। नारेबाजी कर रही कृष्णा, संतोष, चमेली, मुन्नी, नीलम, रामकलां, मिथलेश तथा शहनाज आदि महिलाओं ने बताया कि वार्ड नंबर 1, 2 व चार में पिछले दो सप्ताह से जो पानी पेयजल सप्लाई में आ रहा है वो पीने तो दूर नहाने, कपड़े धोने के लायक भी नहीं है। बदबूदार पानी आने से घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है। महिलाओं ने बताया कि पहले जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल आपूर्ति के नलकूप से पानी आता था।
संवाद सहयोगी, पटौदी: दूषित पेयजल आपूर्ति व पेजयल संकट पर लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बार-बार शिकायत के बावजूद जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समस्या का समाधान करने को गंभीर नहीं है, जिसके चलते बृहस्पतिवार को वार्ड नंबर-2 की महिलाओं ने जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के सामने नारेबाजी की और कार्यालय का घेराव किया। नारेबाजी कर रही कृष्णा, संतोष, चमेली, मुन्नी, नीलम, रामकलां, मिथलेश तथा शहनाज आदि महिलाओं ने बताया कि वार्ड नंबर 1, 2 व 4 में पिछले दो सप्ताह से जो पानी पेयजल सप्लाई में आ रहा है वो पीने तो दूर नहाने, कपड़े धोने के लायक भी नहीं है। बदबूदार पानी आने से घरों में रहना भी मुश्किल हो गया है।
महिलाओं ने बताया कि पहले जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल आपूर्ति के नलकूप से पानी आता था। जबसे यह नलकूप बंद किया है तब से अधिक समस्या आ रही है। इधर पानी की पाइप लाइन कई स्थानों से टूटी हुई है। उन्हें ठीक नहीं किया जा रहा है। लोगों ने मांग की कि जब तक व्यवस्था में सुधार न हो तब तक नलकूप का बंद न किया जाए तथा उन्हें साफ एवं पर्याप्त पानी देना सुनिश्चित किया जाए।
मामले को लेकर विभाग के कनिष्ठ अभियंता ने कहा कि पानी में मामूली महक हाईपोक्लोर गैस के कारण आती है, परंतु इसे पानी में मिलाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सरकारी नियमों के हिसाब से जब नहर से पानी की आपूर्ति चालू हो गई है तो डार्क जोन होने के कारण नलकूप बंद करने जरूरी हैं। हालांकि महिलाओं की मांग पर उन्होंने आश्वासन दिया कि कुछ दिन के लिए नलकूप पुन: चलाया जाएगा।