ये कैसा महामारी अलर्ट: टूट रहे कोरोना नियम, सड़कों पर हुजूम
एक सप्ताह के लाकडाउन के बाद अब दूसरे सप्ताह लाकडाउन का नाम बदलकर महामारी अलर्ट करते हुए सख्ती बढ़ाई गई हैं। लेकिन अलर्ट के पहले ही दिन नजारा इसके बिल्कुल उलट नजर आया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: एक सप्ताह के लाकडाउन के बाद अब दूसरे सप्ताह लाकडाउन का नाम बदलकर 'महामारी अलर्ट' करते हुए सख्ती बढ़ाई गई हैं। लेकिन अलर्ट के पहले ही दिन नजारा इसके बिल्कुल उलट नजर आया। लोग घरों से बिना किसी रोक-टोक निकले और बाजारों में सुबह के वक्त हुजूम नजर आया। सड़कों पर वाहन भी खूब निकले और माहौल आम दिन जैसा ही था। ऐसा करने से कोरोना नियम तो टूट ही रहे हैं, लोगों की जिदगी भी खतरे में है। शहर में कोरोना संक्रमण के रोजाना हजारों केस मिल रहे हैं। तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लाकडाउन लगाया गया था। लाकडाउन के दौरान काफी कम लोग घरों से बाहर निकले, लेकिन अब बाजारों में कोई भी अलर्ट नहीं है। सब्जी मंडियों में बरती जा रही लापरवाही: शहर की सब्जी मंडियों में शारीरिक दूरी के नियमों, मास्क आदि लगाने में भी कोताही बरती जा रही है। सदर बाजार के नजदीक गुरुद्वारे के सामने स्थित सब्जी मंडी में सोमवार को लोग सब्जी खरीदने के लिए एक दूसरे से सटकर खड़े थे। भीड़ ज्यादा होने के कारण कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। सड़कों पर बढ़ने लगा वाहनों का दबाव: खासतौर पर दिल्ली-जयपुर हाइवे और पुराने शहर की सड़कों पर काफी वाहन नजर आए। पाबंदी जैसा कुछ भी नहीं था। पुराने शहर की सड़कों, सदर बाजार के अंदर भी काफी भीड़ रहने लगी है। सड़कों पर लगे पुलिस नाकों पर भी पुलिस दोपहिया वाहन चालकों को ही रोककर पूछताछ करती है। कार व अन्य वाहन चालक सड़कों पर बिना किसी रोक-टोक घूम रहे हैं। दुकानों में रहती है भीड़: सुबह 11 बजे तक खाद्य पदार्थों सहित अन्य जरूरी सामान की दुकानों में काफी भीड़ रहती है। लोग दो गज की दूरी व मास्क लगाने के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। दुकानों में एक साथ काफी लोगों के खड़े होने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है।