अरावली और प्राकृतिक नालों में जल संचयन से सुधरेगा भू-जल स्तर
अरावली क्षेत्र और गोल्फकोर्स रोड के आस-पास दर्जनों प्राकृतिक नालों के जरिये जल संचयन से भू-जल स्तर सुधार में बड़ी मदद मिल सकती है। इसके अलावा नए गुरुग्राम में जगह-जगह होने वाले जलभराव से बड़ी राहत मिलेगी।
गौरव सिगला, नया गुरुग्राम
अरावली क्षेत्र और गोल्फकोर्स रोड के आस-पास दर्जनों प्राकृतिक नालों के जरिये जल संचयन से भू-जल स्तर सुधार में बड़ी मदद मिल सकती है। इसके अलावा नए गुरुग्राम में जगह-जगह होने वाले जलभराव से बड़ी राहत मिलेगी। इस बार नगर निगम द्वारा दोनों छोर पर हुए कार्य ने यह साबित कर दिया है कि यदि बीते वर्षो में प्राकृतिक नालों की तरफ ध्यान दिया होता तो गोल्फकोर्स रोड के अंडरपास में होने वाली त्रासदी से बचा जा सकता था।
बता दें कि नगर निगम की अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर के दिशा-निर्देशों में जोन तीन और डिविजन आठ के कार्यकारी अभियंता तुषार यादव की देखरेख में अरावली की तरफ से आने वाले सेक्टर-42 नाले की साफ-सफाई से जल संचयन और जलभराव में राहत दिलाने में काफी मदद की है। यह काफी लंबा और चौड़ा नाला है जिसमें विभाग ने छोटे-छोटे चैक डैम बना पानी एकत्र कर भू-जल रिचार्ज करने में मदद मिली। इस नाले के साथ-साथ सेक्टर-42 रोड पर काफी संख्या में वाटर चैनल बनाए गए जिनसे सड़क के पानी को नाले तक पहुंचाने में सफलता मिली। यहां पर एक वाटर बाडी भी विकसित की गई है। बताया जा रहा है कि अरावली समेत तमाम प्राकृतिक स्त्रोत इस बार बारिश से पूरे गुरुग्राम को की जाने वाले सप्लाई के पांच दिन के बराबर का पानी संचय करने में सफलता हासिल की गई है।
धरातल पर डिविजन आठ की तरफ से काम देख रहे जेई हरी किशन ने बताया कि डीएलएफ फेज पांच से आने वाले जेनपेक्ट चौक का नाला जोकि पारस अस्पताल के नजदीक नाले में मिलता है। इसमें भी भारी मात्रा में पानी का संचय किया गया। सेक्टर-53-54 मेट्रो स्टेशन के नजदीक पहाड़ के तीन रास्तों से नालों में आने वाला पानी, सेक्टर-55, 56 एआइटी चौक से गुजरने वाले नाले में आए पानी से सड़कों पर होने वाले जलभराव और जल संचयन में काफी राहत मिली। प्राकृतिक नालों के सहारे नए गुरुग्राम में इस बार जलभराव के हालात काफी हद तक काबू में रहे। कई स्थानों पर अभी भी जीएमडीए और नगर निगम अधिकारियों को समन्वय से जलभराव की समस्या के निदान पर काम करने की जरूरत है।
सुनीता यादव, उप -महापौर, नगर निगम नगर निगम और जीएमडीए द्वारा किए गए कार्य से सेक्टर-28 में बीते कई वर्षों से चल रही जलभराव की समस्या पूरी तरह खत्म हो गई। हर साल यह सेक्टर और मुख्य सड़क पूरी तरह जलमग्न हो जाती थी।
रमा रानी राठी, पूर्व पार्षद वार्ड 34