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एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के पानी का कनेक्शन बंद करने से लोग हलकान

सेक्टर 37 डी स्थित एनबीसीसी ग्रीन व्यू में नहरी पानी का कनेक्शन बंद किया जाने के कारण तीन दिनों तक लोग जल संकट से जूझते रहे हैं। इस सोसायटी को मई महीने के मध्य में पानी का कनेक्शन मिला था। लोगों का कहना कि पिछले 20 जून को उनकी सोसायटी तक पानी पहुंचाने वाली लाइन का वॉल्व बंद कर दिया गया। 20 जून से 23 जून तक लोगों को नहरी पानी नहीं मिला। इलाके के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि बिल्डर प्रबंधन की ओर टैंकरों के लिए भी पैसे नहीं दिए जा रहे हैं जबकि उन्होंने दो साल तक के रखरख जबकि नहरी पाइप लाइन सोसायटी तक बिछाने वाले ठेकेदार की बकाया राशि होने के कारण जहां से नहरी पानी के वॉल्व को बंद कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jun 2019 06:47 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2019 06:47 PM (IST)
एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के पानी का कनेक्शन बंद करने से लोग हलकान
एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के पानी का कनेक्शन बंद करने से लोग हलकान

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सेक्टर 37 डी स्थित एनबीसीसी ग्रीन व्यू में नहरी पानी का कनेक्शन बंद किए जाने के कारण तीन दिनों तक लोग जल संकट से जूझते रहे हैं। इस सोसायटी को मई महीने के मध्य में पानी का कनेक्शन मिला था। लोगों का कहना कि पिछले 20 जून को उनकी सोसायटी तक पानी पहुंचाने वाली लाइन का वॉल्व बंद कर दिया गया। 20 जून से 23 जून तक लोगों को नहरी पानी नहीं मिला। इलाके के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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लोगों का कहना था कि बिल्डर प्रबंधन की ओर टैंकरों के लिए भी पैसे नहीं दिए जा रहे हैं जबकि उन्होंने दो साल तक के रखरखाव जबकि नहरी पाइप लाइन सोसायटी तक बिछाने वाले ठेकेदार की बकाया राशि होने के कारण जहां से नहरी पानी के वॉल्व को बंद कर दिया। लोगों का कहना था कि पानी के कनेक्शन के करीब 20 लाख रुपये बकाया है, इस वजह से पानी बंद किया गया था। लोगों ने ट्विटर के माध्यम से भी अधिकारियों तक यह बात पहुंचाई तब जाकर रविवार को सोसायटी में पानी आया। लोगों को आशंका है कि आगे भी ऐसी समस्या आती रहेगी, इसलिए जरूरी है कि प्रशासन बिल्डर प्रबंधन पर दबाव बनाए ताकि आगे ऐसी दिक्कतें नहीं आए। ---

हमारी सोसायटी का पानी बंद किये जाने से हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसी स्थिति बार-बार नहीं आनी चाहिए। हम लोगों को इस बारे में ट्विटर के माध्यम से भी अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचानी चाहिए। कई जगह गुहार लगाई, बावजूद इसके तीन दिनों तक हमें बगैर पानी जूझना पड़ा। अगर बिल्डर प्रबंधन की ओर पानी की लाइन जोड़ने वाले ठेकेदार के पैसे बकाए हैं तो यह प्रशासन और बिल्डर के बीच का मामला है मगर परेशानी हमें हो रही है।

- नीरज कुमार गुप्ता, महासचिव, आरडब्ल्यूए हम लोगों ने नगर निगम के अधिकारियों से इस बारे में गुहार लगाई। जीएमडीए और प्रशासन के अधिकारियों का कहना था कि पानी जैसी जरूरी सुविधा का कनेक्शन नहीं काटा जाना चाहिए। फिर हमने एनबीसीसी के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की मगर किसी ने हमारे फोन नहीं उठाए। बिल्डर प्रबंधन का काम बहुत धीमा है और इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। वे टैंकरों की पेमेंट भी नहीं कर रहे जबकि हमने दो साल के रखरखाव का खर्चा एडवांस में दे रखा है।

- दीपक जैन, निवासी हम लोगों की सोसायटी को 15 मई को पेयजल की लाइन से जोड़ा गया था। 20 जून को हमारे पानी का कनेक्शन बंद कर दिया गया। हमलोगों ने इसके बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश जिसमें पता चला कि जिस ठेकेदार ने पानी की पाइप लाइन जोड़ी है, उसकी पेमेंट बिल्डर प्रबंधन ने नहीं की। इस कारण पानी बंद कर दिया है। तीन दिनों तक हम बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते रहे। कई बार गुहार लगाने के बाद रविवार को पानी की आपूर्ति हो पाई है। हमें टैंकर से भी पानी लाने की इजाजत नहीं दी गई थी।

- यादवेंद्र यादव, आरडब्लयूए प्रतिनिधि

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