टोल प्लाजा हटाने से पहले किया जाएगा सर्वे
पचगांव इलाके में जहां पर टोल प्लाजा बनाया जाना है वहां से वर्तमान में प्रतिदिन औसतन कितने वाहन निकलते हैं उपलब्ध जमीन पर कितनी लेन का टोल प्लाजा बनाना जा सकता है सहित कई विषयों की जानकारी हासिल की जाएगी ताकि किसी भी स्तर पर कमी न रहे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: ट्रैफिक जाम के प्रतीक बने खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाने से पहले सर्वे किया जाएगा। पचगांव इलाके में जहां पर टोल प्लाजा बनाया जाना है वहां से वर्तमान में प्रतिदिन औसतन कितने वाहन निकलते हैं, उपलब्ध जमीन पर कितनी लेन का टोल प्लाजा बनाना जा सकता है सहित कई विषयों की जानकारी हासिल की जाएगी ताकि किसी भी स्तर पर कमी न रहे।
दिल्ली-जयपुर हाईवे के खेड़कीदौला टोल प्लाजा को हटाकर पचगांव इलाके में केएमपी एक्सप्रेस-वे के नजदीक बनाने की दिशा में तैयारी शुरू कर दी गई है। टोल प्लाजा बनाने के लिए 30.52 एकड़ जमीन का आफर लेटर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को पिछले महीने ही सौंप दिया। जितनी जमीन उपलब्ध है उस पर 28 लेन का टोल प्लाजा बनाया जा सकता है। इससे होकर प्रतिदिन औसतन 60 से 70 हजार वाहन आसानी से निकल सकेंगे। वर्तमान में प्रतिदिन औसतन कितने वाहन निकलते हैं, सबसे पहले इस बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। यही नहीं उपलब्ध कराई गई जमीन को लेकर कोई विवाद तो नहीं, इस बारे में भी पूरी जानकारी हासिल की जाएगी।
बता दें कि तीन साल पहले गांव सहरावन इलाके में टोल प्लाजा बनाने की तैयारी शुरू की गई थी। पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते तैयारी रोकनी पड़ी थी। कार्यकर्ताओं का कहना था कि जहां पर टोल प्लाजा बनाने की बात चल रही है वहां से वन्य जीव एक इलाके से दूसरे इलाके में जाते हैं। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक शशिभूषण का कहना है कि पचगांव इलाके में टोल प्लाजा बनाने की दिशा में काम शुरू करने से पहले कई विषयों पर काम करना आवश्यक है। स्वतंत्र इंजीनियर से सर्वे कराया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही तेज की जाएगी।