राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में निर्णय लेखन में इशिता दुबे
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबद्ध जिले के सेक्टर-40 स्थित (सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज) लॉ कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। समापन समारोह में दिल्ली उच्च न्यायायल के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैथ मुख्य अतिथि रहे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से संबद्ध जिले के सेक्टर-40 स्थित (सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज) लॉ कॉलेज में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का रविवार को समापन हो गया। समापन समारोह में दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहली पीढ़ी के कानून के छात्रों को कैरियर के प्रारंभिक चरण में निराशा महसूस हो सकती है लेकिन धैर्य, कड़ी मेहनत और जुनून के साथ पेशे में नियमितता करियर के ग्राफ को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी। ऐसी प्रतियोगिताओं से विश्लेषणात्मक, बहस और पेशेवर कौशल को बढ़ाने में मदद मिलती है।
एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. गजेंदर चौहान ने बताया कि दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन, नोएडा की टीम विजेता रही। पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय, देहरादून की टीम उपविजेता रहीं। अंजना कामेश्वरी (जीडी गोयनका विश्वविद्यालय गुरुग्राम) को प्रतियोगिता का श्रेष्ठ मूटर, अनुज पचेरीवाल (जीएच राइसोनी लॉ स्कूल, नागपुर) को सबसे अच्छा शोधकर्ता तथा यूपीईइएस को बेस्ट मेमोरियल घोषित किया गया।
प्रतियोगिता के निर्णय लेखन में इशिता दुबे (तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद), आलेखन-लेखन प्रतियोगिता में महिमा (तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद), तथा कानूनी निबंध लेखन प्रतियोगिता में आयुष (दिल्ली मेट्रोपॉलिटन एजुकेशन, नोएडा) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस दौरान 15वीं राष्ट्रीय युवा संसद के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया ।