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भोंडसी के बजाय बंदी अब पहले भेजे जाएंगे फरीदाबाद जेल

अदालत के आदेश के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे जाने वाले बंदियों को अब भोंडसी जेल के बजाय फरीदाबाद (नीमका) जेल भेजा जाएगा। फरीदाबाद जेल में पांच जिलों के बंदियों को भेजे जाने के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 06:58 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 06:58 PM (IST)
भोंडसी के बजाय बंदी अब पहले भेजे जाएंगे फरीदाबाद जेल
भोंडसी के बजाय बंदी अब पहले भेजे जाएंगे फरीदाबाद जेल

महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम)

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अदालत के आदेश के बाद न्यायिक हिरासत में भेजे जाने वाले बंदियों को अब भोंडसी जेल के बजाय फरीदाबाद (नीमका) जेल भेजा जाएगा। फरीदाबाद जेल में पांच जिलों के बंदियों को भेजे जाने के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। फरीदाबाद जेल में ओपन जेल बनाए जाने के स्थान पर यह क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसके लिए इंचार्ज के रूप में जेल उपाधीक्षक रोहन हुड्डा को लगाया गया है। पुलिस किसी भी आरोपित को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करती है, अदालत उस विचाराधीन बंदी को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश देती है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जब तक उस आरोपित की कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आती। तब तक जेल प्रशासन उस बंदी को जेल में लेने के बजाय क्वारंटाइन सेंटर भेजने के लिए कह देता था। पुलिस उस आरोपित को लेकर क्वारंटाइन सेंटर भेजने के लिए घूमती रहती थी। कई बार यह भी बात सामने आई कि पुलिस जिस क्वारंटाइन सेंटर में उसे लेकर जाती थी। उसमें जगह न होने के कारण दूसरे क्वारंटाइन सेंटर भेजने के लिए कहा जाता था। इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश के गृह विभाग ने फरीदाबाद जेल में क्वारंटाइन सेंटर बना दिया। पांच जिलों के विचाराधीन बंदी जाएंगे फरीदाबाद क्वारंटाइन सेंटर

फरीदाबाद की नीमका जेल में न्यायिक हिरासत में भेजे जाने वाले बंदियों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया है। इस सेंटर में फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, सोनीपत और पलवल जिले के बंदियों को भेजा जाएगा। फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और सोनीपत में तो जेल बनी हुई है। लेकिन नूंह में जेल ना होने के कारण नूंह जिला के बंदियों को भोंडसी जेल भेजा जाता है। कोविड-19 की रिपोर्ट आने तक सभी बंदियों को फरीदाबाद की जेल में रखा जाएगा। अगर बंदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। तो उसे आइसोलेशन सेंटर भेज दिया जाएगा। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उस बंदी को रिपोर्ट आने के बाद संबंधित जेल में बंद कर दिया जाएगा। ओपन जेल के स्थान पर बनाया गया है क्वारंटाइन सेंटर

फरीदाबाद में ओपन जेल बनाए जाने का प्लान था। इस ओपन जेल में कैदी के बढि़या आचरण के बाद और दो तिहाई सजा पूरी होने के बाद रखे जाने की योजना है। फरीदाबाद जेल परिसर में इस योजना के तहत 25 मकान भी बनाए गए हैं, ताकि इस तरह के कैदियों को उनके परिवार सहित इस ओपन जेल में रहने की इजाजत दी जा सके। यह ओपन जेल अभी शुरू नहीं हुई है। ओपन जेल के लिए तैयार किए गए भवन में 5 जिलों के आरोपितों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए पहले भी सभी जेलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए थे। लेकिन वहां जगह का अभाव होने के कारण जिन जिलों में पर्याप्त जगह उपलब्ध है। वहां पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। कोविड-19 की रिपोर्ट ना आने तक अंडर ट्रायल बंदियों को इन्हीं क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा, ताकि कोविड-19 संक्रमण के फैलाव से बचा जा सके।

- रणजीत सिंह, बिजली व जेल मंत्री, हरियाणा


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