गुरुग्राम नगर निगम में बहुत सुधार की जरूरत: विज
सेक्टर 34 स्थित नगर निगम के मुख्य कार्यालय में बृहस्पतिवार सुबह प्रदेश के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के औचक निरीक्षण पर आने की किसी को भनक नहीं लगी। मंत्री के कार्यालय पहुंचने की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सेक्टर 34 स्थित नगर निगम के मुख्य कार्यालय में बृहस्पतिवार सुबह प्रदेश के गृह एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के औचक निरीक्षण पर आने की किसी को भनक नहीं लगी। मंत्री के कार्यालय पहुंचने की खबर फैलते ही हड़कंप मच गया। उस समय कई अधिकारी व कर्मचारी भी नदारद थे। यहां तक कि संयुक्त आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त व निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा भी मंत्री के निरीक्षण की करने की सूचना मिलने के बाद ही पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान मंत्री अनिल विज काफी सख्त मूड में नजर आए और लापरवाह अधिकारियों को खूब फटकार लगाई।
मंत्री विज ने कहा कि गुरुग्राम में जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान निकालने की योजना तैयार करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण के दौरान नगर निगम गुरुग्राम की कार्यप्रणाली से वे संतुष्ट नहीं हैं, इसमें बहुत सुधार की आवश्यकता है। निगम कार्यालय में मंत्री अनिल विज द्वारा छापेमारी की सूचना के बाद गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद, भाजपा नेता अनिल यादव सहित अन्य पार्षद भी पहुंच गए थे। औचक निरीक्षण में ताबड़तोड़ कार्रवाई
कार्यालय से गायब मिले दो एसडीओ राकेश शर्मा और कुलदीप यादव को निलंबित कर दिया गया है। काम में अनियमितता बरतने पर एक्सईएन धर्मबीर मलिक को रिलीव यानी कार्यभार मुक्त कर दिया गया है। मंत्री अनिल विज ने एक्सईएन के दफ्तर में पहुंच कर दराज में पड़ी फाइलों को देखा। वार्ड एक के पार्षद के पुराने पत्र फाइलों में पड़े हुए थे। पेयजल लाइन व सीवर लीकेज के मामले में भेजे गए पत्रों के बारे में मंत्री ने एक्सईएन से सवाल-जवाब करने के साथ ही वार्ड-एक के पार्षद से फोन पर काम होने या नहीं होने के बारे में जानकारी ली। पार्षद के असंतुष्ट होने पर एक्सईएन को रिलीव कर दिया।
फर्जी संतुष्टि पत्र मामले में एफआइआर
अलग-अलग वार्डों में विकास कार्य करवाए बिना ही कई पार्षदों के 15 फर्जी संतुष्टि प्रमाण पत्र लगाकर भुगतान करवाने के प्रयास मामले में एक्सईएन, एसडीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा लेखा शाखा के सेक्शन आफिसर भूपेंद्र के दो घंटे के वेतन कटौती के आदेश दिए हैं। मंत्री अनिल विज ने सेक्शन आफिसर से सुबह से ड्यूटी के दौरान दो घंटे में किए गए काम की रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
-- अधिकारियों ने उखाड़ी नेम प्लेट, चार्जशीट के आदेश
मंत्री अनिल विज के औचक निरीक्षण के दौरान कई एक्सईएन और एसडीओ ने अपने कार्यालय के बाहर लगी नेम प्लेट ही उखाड़ दी। इस पर निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने इसके बारे में मंत्री को अवगत कराया तो उन्होंने ऐसा करने वालों को चार्जशीट करने के आदेश दिए। विज ने कर्मचारियों की टेबल पर पहुंचकर उनके काम की रिपोर्ट चेक की। दो घंटे तक खंगाला रिकार्ड
मंत्री अनिल विज ने निगम कार्यालय की तीसरी व दूसरी मंजिल पर लगभग दो घंटे तक रिकार्ड को खंगाला। निगम की एकाउंट व इंजीनियरिग ब्रांच और तीसरी मंजिल पर निगम अधिकारियों के कार्यालयों को निरीक्षण किया। सुबह 10:15 बजे से 12 बजे तक अनिल विज निगम कार्यालय में ही रहे।
----- निठल्ले कर्मचारियों की होगी छंटनी
नगर निगम में निठल्ले कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। दिनभर इधर-उधर घूमने व खाली रहने वाले कमर्चारियों को काम सौंपने के आदेश दिए हैं। कई कर्मचारियों से उनके काम के बारे में जब मंत्री ने सवाल किए तो वे उचित जवाब नहीं दे पाए। इसके अलावा दो दिन पहले (20 जुलाई को) निगम में किस कर्मचारी ने क्या काम किया, इसकी रिपोर्ट भी मांगी गई है। निगम में हाजिरी व मूवमेंट रजिस्टर लगाने के आदेश दिए गए हैं। -------------------- इको ग्रीन और ईईएसएल कंपनी पर कार्रवाई की मांग
शहर में कचरा प्रबंधन करने वाली इको ग्रीन कंपनी और एलईडी लाइटें लगाने वाली कंपनी ईईएसएल का कार्य संतोषजनक नहीं होने की शिकायत भाजपा नेता अनिल यादव ने मंत्री से की। इस पर मंत्री विज ने ईईएसएल कंपनी का कांट्रेक्ट रद करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा इको ग्रीन कंपनी से संबंधित रिकार्ड भी मांगा है। जून 2016 में सदन का कार्यकाल खत्म होने के बाद डेढ़ साल तक निगम में किए गए टेंडरों की जांच करने की भी शिकायत दी गई है।