दंपती व बेटे की मौत सुन सन्न रह गए पड़ोसी
यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में पत्नी व बेटे के साथ मौत का शिकार हुए धर्मवीर राणा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस जिला के गांव बारमऊ के रहने वाले थे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: यमुना एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में पत्नी व बेटे के साथ मौत का शिकार हुए धर्मवीर राणा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हाथरस जिला के गांव बारमऊ के रहने वाले थे। वह परिवार के साथ कई वर्षो से गुरुग्राम के राजीव नगर की गली नंबर चार में रह रहे थे। धर्मवीर नूंह जिले में स्थित एक कंपनी में कार्यरत थे। उनका बड़ा बेटा हिमांशु फरीदाबाद स्थित एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत है। धर्मवीर पत्नी उषा राणा व छोटे बेटे अविनाश के साथ गुरुग्राम से आल्टो कार से आगरा के लिए सुबह साढ़े पांच बजे निकले थे। हादसे के बारे में इनके बेटे के अलावा यहां किसी को जानकारी नहीं थे। मकान में रह रहे किराएदार व कालोनी के लोग दैनिक जागरण संवाददाता से मिली सूचना के बाद सन्न रहे गए। अविनाश बीए कर रहे थे। मिलनसार था परिवार
धर्मवीर के पड़ोस में रहने सुधीर को तो यकीन ही नहीं हो रहा था हादसे में राणा परिवार के तीन सदस्य नहीं रहे। सुधीर ने बताया कि सुबह वह सैर करने के लिए निकले तो धर्मवीर कार में बैठने जा रहे थे। उनसे राम-राम भी हुई। पड़ोस में रहने वाली कांता ने कहा धर्मवीर व उनकी पत्नी बड़ी मिलनसार थीं। कालोनी में कोई भी कार्यक्रम होता तो पूरा परिवार बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था। बड़े बेटे की शादी के रिश्ते आ रहे थे। अगले साल बेटे की शादी होने वाली थी।