शिव पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में देशभक्ति से ओतप्रोत रहा कार्यक्रम
दैनिक जागरण की ओर से राष्ट्रगान देश का मान कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को शिव पब्लिक सीनियर सेकेंडरी सीनियर विग (आटा) स्कूल परिसर में धूमधाम से किया गया।
संवाद सहयोगी, सोहना: दैनिक जागरण की ओर से राष्ट्रगान देश का मान कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को शिव पब्लिक सीनियर सेकेंडरी सीनियर विग (आटा) स्कूल परिसर में धूमधाम से किया गया। तिरंगा फहराने के बाद कार्यक्रम की शुरूआत हुई। विधायक संजय सिंह की पत्नी वंदना सिंह मुख्य अतिथि और एसडीएम जितेंद्र कुमार गर्ग विशिष्ट अतिथि रहे।
वंदना सिंह ने अपने संबोधन में कहा की दैनिक जागरण सामाजिक सरोकार के कार्यों के प्रति समाज को जागरूक कर सराहनीय कार्य करता है। देशभक्ति से लेकर समाज को एकसूत्र में पिरोकर जनहित काम कर लोगों के लिए प्रेरणा बना है।
एसडीएम जितेंद्र कुमार गर्ग ने कहा की दैनिक जागरण के सामाजिक कार्य निश्चित रूप से समाज से प्रेरित हैं इस सामाजिक मुहिम की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ओर संस्कार ही जीवन की उन्नति का आधार हैं। शिव पब्लिक स्कूल से पढ़ाई कर कई विद्यार्थी उच्च पदों पर कई सेना में भी अधिकारी हैं। पूर्व विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। कोई जज तो कोई आइएस, एचपीएस तथा कोई सैन्य अफसर बन चुके पूर्व विद्यार्थियों ने छात्रा को पढ़ाई का मूलमंत्र भी दिया। वर्ष 2020-21 और 2021-22 की परीक्षा में 90 से ऊपर अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभाशाली 45 विद्यार्थियों को स्कूल की ओर से प्रशंसा पत्र देकर नवाजा गया। स्कूल के चेयरमैन राजकुमार गोयल ने सभी का आभार व्यक्त किया। स्कूल के विद्यार्थियों ने देशभक्ति की एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुति दी। कड़ाके की ठंड थी पर माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गरम हो गया।
स्कूल के चेयरमैन राजकुमार गोयल, संरक्षण रामकिशन गर्ग, सचिव रोहतास सिगला, मैनेजर एसपी राठी, स्कूल प्रिसिपल सुचित्रा गुप्ता प्रदीप गुप्ता, मौजूद रहे। इनके अलावा अग्रवाल सभा के प्रधान एडवोकेट रजनीश अग्रवाल तकनीकी उपभोक्ता शिकायत निवारण मंच के सदस्य राजकुमार जजोरिया, सरपंच लक्ष्मण सिंह, सरपंच गजराज सिंह, अंतरराष्ट्रीय पहलवान सतबीर खटाना, तावड़ू नगरपरिषद की चेयरपर्सन मानिता गर्ग, भाजपा मंडल अध्यक्ष गौरव चुग, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष बिमला राघव, सरपंच कर्मराज खटाना,समाजसेवी दीपक गर्ग, सतीश गर्ग, पार्षद मुकेश सैनी, व्यापार मंडल प्रधान मनोज बजरंगी, समाजसेवी देवेंदर राघव सहित कई गणमान्य लोग कार्यक्रम में पहुंचे।
सुशिक्षित समाज - साठ साल महेश सिंह कई साल से समाज सेवा से जुड़े हुए हैं। वह कई सामाजिक संगठनों से जुड़ लोगों को शिक्षित करने में मदद कर रहे हैं। उनकी मदद से कई युवाओं को शिक्षा हासिल करने के लिए प्लेट फार्म मिला। सम्मानित होने पर उन्होंने कहा कि इससे उन्हें संबल मिला है।
स्वस्थ समाज: राजकुमार गोयल
38 साल पहले राजकुमार गोयल के पड़ोस में समय से रक्त नहीं मिलने पर एक व्यक्ति की मौत हो गई। उस घटना ने इन्हें झकझोर दिया। तभी से संकल्प लिया कि रक्तदान करके जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने का काम करेंगे। राजकुमार लायंस क्लब और अन्य सामाजिक संस्थाओं से जुड़कर रक्तदान शिविर लगवाते हैं। स्वयं भी 45 बार रक्तदान कर चुके हैं।
नारी सशक्तीकरण: मनिता गर्ग
मनिता गर्ग पिछले 20 साल से महिलाओं को जागरूक करने का काम कर रही हैं। अपने संगठन की ओर विधवा महिलाओं की मदद कर रोजगार से जोड़ती हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत स्लम बस्तियों में जाकर बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रेरित किया। किसी महिला को सताए जाने की खबर मनिता को मिलती हैं, तो मदद के लिए तुरंत पहुंचती हैं।
पर्यावरण संरक्षण: नरेंद्र नगिनिया
नरेंद्र नगिनिया ने जरूरतमंद लोगों को प्लाज्मा तथा खून उपलब्ध कराने के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए मुहिम चला रहे हैं। इनके साथ कई युवा हैं जो अरावली वन क्षेत्र में पौधे लगाकर उनको संरक्षित करते हैं। दस साल में इनके प्रयास से अरावली के उस भाग में हरियाली आ गई जहां केवल पत्थर नजर आने लगे थे।
जल संरक्षण: देशराज सैनी
देशराज जल ही जीवन है की मुहिम को बखूबी जीवंत कर रहे हैं। गांव-गांव जाकर जल संचयन के प्रति जागरूक करते हैं। सार्वजनिक स्थल पर कहीं भी पानी बहता देख नल में टोटी तथा पाइप बदलवाने का काम अपने खर्चे से करते हैं। सोहना क्षेत्र के कई तालाबों को भी संरक्षित कर चुके हैं।
जनसंख्या नियोजन: भारत भीमवाल
कोरोना संकट के दौरान लोगों के रोजगार गए तो भारत भीमवाल ने बेरोजगार युवकों की मदद अपने स्तर पर करनी शुरू कर दी। लोग भूखे नहीं रहें इसके लिए ठिकाने पर खाना तक पहुंचाया। भारत की मदद से पांच सौ युवाओं को रोजगार मिल चुका है। इनमें दूसरे राज्य के रहने वाले लोग अधिक हैं।
गरीबी उन्मूलन: प्रीतम सिंह
क्रिकेट की बारीकी सिखाने वाले सरदार प्रीतम सिंह उन प्रतिभाओं को तरासते हैं, जिनके पास खेल का सामान खरीदने के तक के पैसे नहीं होते हैं। उनकी मदद से कई युवा अच्छे खिलाड़ी बन रणजी ट्राफी में खेल चुके हैं। वह अभी भी अपनी अकादमी में 23 जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क कोचिग दे रहे हैं।