बॉर्डर बंद होना उद्योग जगत के हित में नहीं
एनसीआर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एचपी यादव का कहना है कि दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर बंद होना उद्योग जगत के हित में नहीं है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: एनसीआर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष एचपी यादव का कहना है कि दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर बंद होना उद्योग जगत के हित में नहीं है। इससे उद्योग व वाणिज्य संस्थान सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पा रहे हैं। एचपी यादव का कहना है कि ज्यादातर औद्योगिक कामगार रोजाना दिल्ली से गुरुग्राम आते हैं। उनमें से ज्यादातर लोगों को बॉर्डर से ही लौटा दिया जाता है जिससे वह अपने कार्यस्थल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो 10,000 से अधिक सूक्ष्म लधु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को अपना काम बंद करना पड़ेगा। एक तरफ तो सरकार अंतरराज्यीय बस सेवा की शुरुआत करने की घोषणा कर रही है वहीं दिल्ली से नोयडा, गुरुग्राम व फरीदाबाद के बॉर्डर सील हैं।
एचपी यादव का कहना है कि यह भी आश्चर्यजनक है कि बिना शारीरिक दूरी का ध्यान करते हुए केंद्र सरकार ने शत प्रतिशत बुकिग के साथ 200 रेल गाड़ियों व घरेलू उड़ानों के परिचालन कि अनुमति दे दी है। जबकि राज्यों की सीमाएं सील हैं। एनसीआर चैंबर ने सरकार को सुझाव दिया है कि दिल्ली एनसीआर की तीनों राज्य सरकारों को अपने बॉर्डर को तुरंत खोलना चाहिए जिससे औद्योगिक गतिविधियों से जुड़े लोगों की आवाजाही सुचारु रूप से शुरू हो सके।