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मंडी खत्म नहीं होगी, यह संदेश देने कृषि मंत्री पहुंचे प्रस्तावित मंडी स्थल

मंडी सिस्टम खतम नहीं हो रहा बल्कि पहले से बेहतर हो रहा है यह संदेश देने के लिए प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने गुरुग्राम के सेक्टर 52 में बनाई जाने वाली अत्याधुनिक फूल मंडी तथा खांडसा में बनने वाली नई सब्जी मंडी स्थल का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 08:20 PM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 08:24 PM (IST)
मंडी खत्म नहीं होगी, यह संदेश देने  कृषि मंत्री पहुंचे प्रस्तावित मंडी स्थल
मंडी खत्म नहीं होगी, यह संदेश देने कृषि मंत्री पहुंचे प्रस्तावित मंडी स्थल

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मंडी सिस्टम खतम नहीं हो रहा बल्कि पहले से बेहतर हो रहा है, यह संदेश देने के लिए प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने गुरुग्राम के सेक्टर 52 में बनाई जाने वाली अत्याधुनिक फूल मंडी तथा खांडसा में बनने वाली नई सब्जी मंडी स्थल का निरीक्षण किया। मंत्री ने बताया कि गुरुग्राम में फूल मंडी बनेगी, सोनीपत के गन्नौर में लगभग 5 हजार एकड़ में एशिया की सबसे बड़ी फल व सब्जी मंडी बनाने का कार्य अगले तीन महीनों में शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार, पिजौर (पंचकूला) में सेब मंडी बनाने के लिए अगले 10-12 दिन में टेंडर कर दिए जाएंगे।

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इस दौरान कृषि मंत्री ने कहा पुराने कृषि कानूनों से किसान का भला नहीं हो सकता। यदि ऐसा होता तो पिछले 73 साल में किसान स्मृद्ध और खुशहाल बन गया होता। इसी स्थिति को समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार बनते ही किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य रखा और उसी अनुरूप कृषि कानूनो में किसान की बेहतरी के लिए बदलाव किए जा रहे हैं।

जयप्रकाश दलाल ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने बिदुवार किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की है और उनकी बहुत सी शंकाओं को दूर करते हुए जो सुझाव उन्होंने दिए उन पर कार्यवाई का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां तथा कुछ संगठन किसानों को अपने फायदे के लिए गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा एसवाइएल नहर के मामले में उच्चतम न्यायालय का फैसला हरियाणा के हक में आ चुका है। न्यायालय ने पंजाब और हरियाणा की सरकारों को मिल बैठकर इस नहर का निर्माण करने के लिए कहा है। हरियाणा में अब पानी का अहम मुद्दा है। प्रदेश के 10-12 जिलों में पीने तक का पानी नही बचा है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों तथा धरना प्रदर्शन कर रहे सभी पक्ष अपनी मांगों के साथ एक मांग एसवाइएल नहर निर्माण को भी जोड़ लें, ताकि जब किसानों के सारे मुद्दे सुलझाए जा रहे हैं तो एसवाइएल का मुद्दा भी सुलझ जाए।

पीपीपी आधार पर विकसित होगी गुरुग्राम में फूल मंडी

यहां सेक्टर 52ए में चिन्हित लगभग 8 एकड़ में फूलों की मंडी बनाई जाएगी। कृषि मंत्री ने कहा कि यह मंडी विकसित करने के लिए अगले 10 दिन में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के साथ मिलकर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड एक एसपीवी बनाई जाएगी। फूल मंडी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) आधार पर विकसित करने की योजना है। मंत्री ने मानेसर के निकट गांव सहरावन में शील बायोटेक प्राइवेट कंपनी टिश्यू कल्चर सेंटर को भी देखा और वहां पर पौधों की नई उन्नत किस्मों को विकसित करने की तकनीक को समझी


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