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स्ट्रीट वेंडिग घोटाला: एक हजार स्ट्रीट वेंडर्स के कागजात की होगी जांच

नगर निगम के एक हजार स्ट्रीट वेंडर्स (रेहड़ी वालों) के कागजात की जांच होगी। इसके लिए नगर निगम ने सभी 1500 स्ट्रीट वेंडर्स को नोटिस भेज दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 05:37 PM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 05:37 PM (IST)
स्ट्रीट वेंडिग घोटाला: एक हजार स्ट्रीट वेंडर्स के कागजात की होगी जांच
स्ट्रीट वेंडिग घोटाला: एक हजार स्ट्रीट वेंडर्स के कागजात की होगी जांच

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम के एक हजार स्ट्रीट वेंडर्स (रेहड़ी वालों) के कागजात की जांच होगी। इसके लिए नगर निगम ने सभी 1500 स्ट्रीट वेंडर्स को नोटिस भेज दिए हैं। नोटिस मिलने के बाद लगभग 450 स्ट्रीट वेंडर्स का जवाब नगर निगम अधिकारियों को मिला है।

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बता दें कि स्ट्रीट वेंडिग प्रोजेक्ट के तहत निजी एजेंसियों के माध्यम से रेहड़ी वालों को रेहड़ियां आवंटित की गई थी। लेकिन काफी लोगों ने रेहड़ियां लेकर आगे किराये पर दे दीं और किराया वसूलना शुरू कर दिया, जोकि नियम के खिलाफ है। अब नगर निगम ने किराये पर रेहड़ी देने वालों की जांच शुरू कर दी है। कागजात के माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि रेहड़ी किसके नाम से आवंटित की गई थी और रेहड़ी का संचालन किसके द्वारा किया जा रहा है।

सात करोड़ रुपये नहीं हुए जमा

नगर निगम ने वर्ष 2016 में जिन स्ट्रीट वेंडिग एजेंसी को तीन साल के पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर काम सौंपा गया था, वह एजेंसी वर्क आर्डर (कार्य करने के आदेश) की समयसीमा खत्म होने के डेढ़ साल बाद तक स्ट्रीट वेंडर्स (रेहड़ी वालों) से अवैध रूप से उगाही कर रही थी। प्रत्येक रेहड़ी वाले से 1500 रुपये प्रति माह के हिसाब से अवैध रूप से वसूले गए, लेकिन निगम के खाते में यह राशि जमा नहीं कराई। स्ट्रीट वेंडिग एजेंसियों ने लगभग सात करोड़ रुपये का घोटाला किया है।

मामला संज्ञान में आते ही निगम अधिकारियों ने तीन एजेंसियों का वर्क आर्डर रद किया था। इसके साथ ही इन एजेंसियों द्वारा अवैध रूप से उगाही गई राशि को ब्याज सहित रिकवरी (वसूली) के आदेश दिए गए थे। निगम अधिकारियों के मुताबिक लिओ मीडियाकाम, एग्मैक और एसएसपीएल एजेंसी की ओर से सेक्टर 4, 14, 23, 32, 38, 44, 46 और 56 सहित कई सेक्टरों में रेहड़ियां लगाई गई थीं।

- रेहड़ी वालों से उनके कागजात मांगे गए हैं। लगभग 450 लोगों ने अपने कागजात भेजे हैं, जिनकी जांच की जा रही है। किराये पर रेहड़ी देने वालों की रेहड़ियां जब्त की जाएंगी।

डा. विजयपाल, उप निगमायुक्त, गुरुग्राम।


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