जल्द आइएसए में शामिल होंगे यूएन के सभी सदस्य देश
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के सभी सदस्य देशों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइएसए) का भी सदस्य बनाने की दिशा में कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इस महीने के अंत तक सभी देशों को सदस्य बनने के लिए पत्र भेजने की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी।
आदित्य राज, गुरुग्राम
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के सभी सदस्य देशों को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आइएसए) का भी सदस्य बनाने की दिशा में कार्यवाही शुरू कर दी गई है। इस महीने के अंत तक सभी देशों को सदस्य बनने के लिए पत्र भेजने की कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी। फिलहाल 70 देश आइएसए के सदस्य हैं। आइएसए के गठन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रास्वां ओलांद के साथ ही अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी भूमिका निभाई थी।
बता दें कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए आइएसए का गठन किया गया है। शुरुआत में कर्क व मकर रेखा के बीच आने वाले 121 देशों को ही संगठन में शामिल करने का निर्णय लिया गया था। बाद में दायरे से बाहर वाले कुछ देशों ने इस बात का विरोध किया। तर्क दिया गया कि जब सौर ऊर्जा के ऊपर पूरी दुनिया में काम करने की आवश्यकता है फिर 121 देशों को ही क्यों आइएसए में शामिल किया जाए। विरोध के बाद भारत की ओर से संशोधन बिल पेश किया गया, जिसे कुछ दिन पहले मंजूरी मिलने के बाद संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों के आइएसए का भी सदस्य बनने का रास्ता हो चुका है। अब सभी देश सदस्य बनें, इसके लिए आइएसए की ओर से विधिवत पत्र भेजना आवश्यक है। बता दें कि यूएन के सदस्य देशों की संख्या 193 है। यूएन के सभी सदस्य देशों को अगले सप्ताह पत्र भेज दिए जाएंगे। पूरी उम्मीद है कि जल्द ही सभी देश आइएसए में शामिल होंगे। जहां तक अमेरिका का सवाल है तो जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद सदस्य बनने की उम्मीद काफी बढ़ गई है। वह सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के पक्षधर बताए जाते हैं।
-उपेंद्र त्रिपाठी, महानिदेशक, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन