नगर निगम और हशविप्रा के बीच फंसी सेक्टर 38 की समस्याएं
नगर निगम और हशविप्रा के बीच फंसी सेक्टर 3
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : सेक्टर-38 में कई जगह पेयजल की लाइन में लीकेज है। पीने का पानी बर्बाद हो रहा है और लोगों के घरों तक पानी कम पहुंच पा रहा है। सीवेज लाइन ओवरफ्लो हो रही है। सड़क पर गंदगी जमा हो रही है। सड़कें टूटी है मगर इन सबका समाधान न तो हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण निकाल पा रहा है, न नगर निगम। लोगों की शिकायत है कि दोनों विभाग के अधिकारी इन समस्याओं पर संज्ञान लेने को तैयार नहीं है। यह सेक्टर कागजों में 12 जुलाई 2018 को सेक्टर-38 हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से नगर निगम के अधीन जा चुका है मगर वास्तव में जिम्मेदारियां हैंडओवर नहीं हुई हैं। दोनों विभाग एक दूसरे का मामला बता कर पल्ला झाड़ा जा रहा है। समस्याएं ज्यों की त्यों हैं और लोग परेशान हो रहे हैं।
हशविप्रा के मुख्यालय से जारी पत्र के अनुसार इस साल 12 जुलाई को सेक्टर नगर निगम के अधीन आ गया है। हशविप्रा ने सेक्टर में पानी की आपूर्ति, स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज, सीवेज सिस्टम, सड़क और रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को पूरा करने की योजना भी हैंडओवर के लिए लिखे पत्र में दी गई है मगर योजनाओं पर काम तो दूर की बात है। समस्याओं के समाधान नहीं हो पा रहे हैं जिसे प्रशासन के पैसे और सेवाओं को नुकसान हो रहा है। हम लोग जब नगर निगम में जाते हैं तो बताया जाता है कि हमारी जिम्मेदारी नहीं है, हशविप्रा में जवाब मिलता है कि सेक्टर निगम को हैंडओवर हो चुका है। नहरी पानी जो यमुना से नहर के रास्ते लाए जाने और ट्रीटमेंट प्लांट के साफ किए जाने के बाद हम तक पहुंचता है, बर्बाद हो रहा है। हमें कम पानी मिल रहा है।
- धर्मेंद्र कुमार, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि हमारी बात कोई सुनने को राजी नहीं। सेक्टर में सीवेज ओवरफ्लो, पानी की पाइप लाइन में लीकेज की समस्या है मगर अधिकारी एक दूसरे का मामला बता रहे हैं और हम लोग परेशान हो रहे हैं।
- वीर ¨सह यादव, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि