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रोड स्वीपिग मशीनों को चलाने में फंसा पेच

मुख्यालय से गुरुग्राम नगर निगम को मिली मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनें सेक्टर 29 दमकल केंद्र में खड़ी हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 07:33 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 07:33 PM (IST)
रोड स्वीपिग मशीनों को चलाने में फंसा पेच
रोड स्वीपिग मशीनों को चलाने में फंसा पेच

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मुख्यालय से गुरुग्राम नगर निगम को मिली मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनें सेक्टर 29 दमकल केंद्र में खड़ी हैं। लगभग दस दिन पहले मिली ये मशीनें फिलहाल सड़कों पर नहीं दौड़ सकी हैं। एक पुराने कांट्रेक्टर के जरिए पांच मशीनों को पहले ही शहर में चलाया जा रहा है। नई मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीन और पुरानी के रेटों में काफी फर्क है।

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नई मशीनों को चल रही मशीनों से कम रेट पर चलाया जाएगा। इसको लेकर नगर निगम अधिकारियों ने पुराने जेके कांट्रेक्टर को अपने रेट कम करने को कहा है। हालांकि पुरानी मशीनों का तीन साल का निगम के साथ कांट्रेक्ट है, लेकिन रेट को लेकर पेंच फंस गया है। निगम अधिकारियों के मुताबिक पुरानी मशीनों को लगभग 670 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है और नई मशीनों का रेट 500 रुपये प्रति किलोमीटर है। सफाईकर्मियों की फौज, एजेंसी भी कर रही काम

नगर निगम के चारों जोन में चार सफाई एजेंसी काम कर रही हैं। नगर निगम के भी सफाईकर्मी हैं। शहर में लगभग छह हजार सफाईकर्मी काम कर रहे हैं। शहर की सफाई व्यवस्था पर हर माह लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। रोड स्वीपिग मशीनें बिना अतिक्रमण और साफ व चौड़ी सड़कों पर चलने लायक हैं। शहर में काफी सड़कों की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में दस मशीनें यहां पर कारगर नहीं हैं।

पांच नई मशीनें मिल चुकी हैं। इन मशीनों को चलाने के रेट पुरानी से कम हैं। ऐसे में पुराने कांट्रेक्टर को भी अपने रेट घटाने होंगे।

महाबीर प्रसाद, अतिरिक्त निगमायुक्त गुरुग्राम


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