अतिक्रमण हटाने पहुंचे दस्ते का दुकानदारों ने किया विरोध
शहर में अतिक्रमण हटाने का मामला गरमाने लगा है। मंगलवार को सुबह आठ बजे दुकानें खुलने के समय से पहले अतिक्रमण हटाने पहुंचे दस्ते का दुकानदारों ने जमकर विरोध किया।
संवाद सहयोगी, सोहना: शहर में अतिक्रमण हटाने का मामला गरमाया हुआ है। मंगलवार को सुबह आठ बजे दुकानें खुलने के समय से पहले अतिक्रमण हटाने पहुंचे दस्ते का दुकानदारों ने जमकर विरोध किया। नगरपरिषद अधिकारी व दुकानदार आमने-सामने आए। इतना ही नहीं दुकानदारों व व्यापार मंडल प्रतिनिधियों व नगरपरिषद के एक अधिकारी के बीच जमकर नोक-झोंक हुई जिससे विरोध बढ़ते देख अतिक्रमण हटाने पहुंचे दस्ते को बैरंग लौटना पड़ा।
दुकानदारों के बढ़ते रोष को देखते हुए व्यापार मंडल संघ ने मंगलवार दोपहर दो बजे अग्रवाल धर्मशाला में व्यापारियों की पंचायत बुलाई। इस पंचायत में दुकानदारों ने कार्यकारी अधिकारी के प्रति अपना रोष जताया और कहा कि दो दर्जन से ज्यादा नगरपरिषद के किराएदार दुकानदारों को 48 घंटे के नोटिस भेजे हुए हैं उसके बाद भी मंगलवार सुबह दुकानों के सामने रखे तख्त व सामान उठा लिया गया है। दुकानदारों ने नगरपरिषद के अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की। पंचायत में निर्णय लिया गया कि अगर ईओ की नकारात्मक कार्यशैली व मनमानी पर ब्रेक नहीं लगे तो दुकानदार धरना प्रदर्शन करेंगे।
व्यापार मंडल संघ के अध्यक्ष मनोज बजरंगी ने कहा कि व्यापार मंडल संघ व्यापारियों के हितों के लिए उनके साथ खड़ा है। नगर परिषद के वाइस चेयरमैन पंकज सिगला पूर्व पार्षद रवि सिगला, पूर्व पार्षद हरीश नंदा, पार्षद नगेश मुखी, प्रधान बोबी, पप्पू पठान, बल्ले प्रधान सहित दर्जनों व्यापारियों ने एसडीएम चिनार चहल से फरियाद रखी और शहर में अतिक्रमण के नाम पर मचे बवाल की चर्चा की। प्रतिनिधि मंडल ने अतिक्रमण हटाने की आड़ में कार्यकारी अधिकारी की ओर से की जा रही कार्यशैली पर सवाल उठाए और जबतक विधायक संजय सिंह अधिकारियों के साथ बैठकर शहर के अतिक्रमण का हल नहीं निकालते हैं तब तक अतिक्रमण की कार्रवाई पर ब्रेक लगाने की फरियाद रखी है।
एसडीएम चिनार चहल ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि किसी भी दुकानदार के साथ किसी तरह की भेदभाव नहीं होगा। अतिक्रमण हटाने का कार्य आम जन की भलाई के लिए ही तीन दिन से चल रहा है। दुकानदार अतिक्रमण अपने आप ही हटा लें। नगरपरिषद के अतिक्रमण हटाए जाने के काम में बाधा न डाली जाए और न ही अधिकारियों से किसी तरह की बदसलूकी होनी चाहिए। इस बात का व्यापारी ध्यान रखें। जिन दुकानदारों ने अतिक्रमण किया है वे अपने आप ही हटा लें। इस समस्या का हल निकालने के लिए बुधवार को शहर में दौरा कर अतिक्रमण का जायजा लिया जाएगा।