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हादसे के बाद सड़कों पर सतर्क हुई पुलिस

केएमपी एक्सप्रेस-वे पर शनिवार रात हुए हादसे के बाद सड़कों पर पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 08:48 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 06:18 AM (IST)
हादसे के बाद सड़कों पर सतर्क हुई पुलिस
हादसे के बाद सड़कों पर सतर्क हुई पुलिस

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: केएमपी एक्सप्रेस-वे पर शनिवार रात हादसा होने के बाद पुलिस ने सड़कों पर सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस रविवार को दिन भर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे, केएमपी एक्सप्रेस-वे, सोहना रोड, ओल्ड दिल्ली रोड सहित सभी सड़कों पर राउंड मारती दिखाई दी। वाहन चालकों से काफी बारीकी से पूछताछ की गई।

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शहर व आसपास के इलाकों में रह रहे दूसरे राज्यों के काफी लोग लॉकडाउन के बाद से अपने गांव जा रहे हैं। कुछ लोग शनिवार रात केएमपी एक्सप्रेस-वे पर टोल प्लाजा के नजदीक खड़े थे, तभी फरुखनगर की तरफ से आ रहे एक कैंटर का ब्रेक फेल हो गया। इस वजह से उसने न केवल दो ऑटो में टक्कर मारी बल्कि वहां खड़े 10 से अधिक लोगों को भी टक्कर मार दी, जिससे पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील ने सभी थाना पुलिस से लेकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को सड़कों पर सक्रियता बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसका रविवार को व्यापक असर दिखा। इससे सड़कों पर जो इक्के-दुक्के वाहन चलते हुए दिखाई दे रहे थे, वे भी रविवार को नहीं दिखाई दिए। गांव जाने वालों में आई कमी

शनिवार से अधिकतर पुलिसकर्मी लोगों को समझाने पर जोर दे रहे हैं। पुलिसकर्मियों ने रविवार को दिन भर विभिन्न इलाकों में जाकर लोगों को समझाया कि इस समय वे जहां हैं वहीं पर रहें। यदि कोई समस्या है तो पुलिस व प्रशासन को सूचना दें। सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसका असर रविवार को दिखा। जहां शनिवार को अपने गांव पैदल ही जाने वालों की लाइन लगी हुई थी वहीं रविवार को ऐसे लोग काफी कम संख्या में नजर आए। पुलिसकर्मी मकान मालिकों को भी किरायेदारों के साथ हमदर्दी रखने के लिए समझा रहे हैं।

बता दें कि लॉकडाउन के बाद अपने गांव पैदल ही जाने वाले अधिकतर लोगों का कहना है कि अगले महीने का किराया कहां से देंगे। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हर साल इस सीजन में फसल की कटाई को लेकर घर जाते ही हैं। गांव नाहरपुर में किराये पर रहकर एक निजी कंपनी में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी राजकुमार एवं जितेंद्र ने बताया कि वे हर साल मार्च के अंतिम सप्ताह के दौरान गांव जाने का प्रयास करते हैं। वहां अपने हाथों से फसल की कटाई करते हैं। लॉकडाउन की वजह से पैदल ही जाना पड़ रहा है।

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गुरुग्राम में रह रहे दूसरे राज्यों के लोगों को समझाया जा रहा है। रविवार को इसका असर दिखा भी। मकान मालिकों से भी संवाद किया जा रहा है कि वे अपने किरायेदारों से हमदर्दी रखें। संकट की इस घड़ी में सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा।

--- मोहम्मद अकील, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम।


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