पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस में बदलने से रेल यात्रियों में नाराजगी
दिल्ली के तिलक ब्रिज व श्री गंगा नगर के बीच चलने वाली 54767-68 पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस के रूप में चलाने का फैसला रेलवे की ओर से लिया गया है।
संवाद सहयोगी, पटौदी: दिल्ली के तिलक ब्रिज व श्री गंगा नगर के बीच चलने वाली 54767-68 पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस के रूप में चलाने का फैसला रेलवे की ओर से लिया गया है। इस निर्णय से अधिकांश दैनिक रेल यात्री व रेल यात्री संघ के पदाधिकारी नाखुश हैं।
बता दें कि रेल विभाग 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस बनाने जा रहा है। दैनिक रेल यात्रियों की यह नई दिल्ली जाने वाली मुख्य ट्रेन थी। बाद में इसे पहले सादलपुर तक व फिर श्रीगंगानगर तक बढ़ा दिया गया। इससे भी रेवाड़ी दिल्ली रेल खंड के दैनिक यात्री परेशान थे क्योंकि इससे इस गाड़ी में और ज्यादा भीड़ रहने लगी थी व पीछे से ही यह गाड़ी भरी हुई आती थी तथा यात्रियों को बैठने की सीट नहीं मिल पाती थी। अब सरकार ने इसे एक्सप्रेस बना दिया है।
दैनिक रेल यात्री समन्वय समिति रेवाड़ी- दिल्ली सेक्शन के अध्यक्ष पीएल वर्मा का कथन है कि दैनिक रेल यात्री पिछले एक दशक से दो अतिरिक्त पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग करते आ रहे हैं। सरकार ने वह मांग तो मानी नहीं उल्टा पहले से पैसेंजर ट्रेन के रूप में चल रही एक ट्रेन को एक्सप्रेस बना दिया। इससे दैनिक रेल यात्रियों पर त्रिकोणीय मार पड़ेगी। पहले तो सीटें आरक्षित होने के कारण उन्हें सीट नहीं मिलेगी। दूसरा इसके ठहराव कम होने की संभावना है। तीसरा उन्हें किराया भी ज्यादा देना पड़ेगा। पैसेंजर ट्रेन में 10 किलोमीटर का किराया तीन रुपये है जबकि एक्सप्रेस ट्रेन का न्यूनतम किराया 50 किलोमीटर के लिए 29 रुपये है। अर्थात किसी को कुछ किलोमीटर की भी यात्रा करनी है तो उसे 29 रुपये देने होंगे। वहीं लंबी यात्रा में भी इस बदलाव से यात्रियों को लगभग दोगुनी राशि खर्च करनी होगी।