शोधार्थियों ने रखे शोध के निष्कर्ष
एमडीयू सेंटर ऑफ प्रोफेशनल एंड अलाइड स्टडीज (लॉ कॉलेज) में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भारत में संविधान कानून का विकास 1952-2019 का सोमवार को समापन हुआ।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के सेक्टर-40 स्थित एमडीयू सेंटर ऑफ प्रोफेशनल एंड अलाइड स्टडीज (लॉ कॉलेज) में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 'भारत में संविधान कानून का विकास 1952-2019' का सोमवार को समापन हो गया। संस्थान की निदेशिका प्रोफेसर संतोष नांदल ने कहा कि भारतीय संविधान बदलते समय के अनुरूप, लोगों के बुनियादी मौलिक अधिकारों की रक्षा करने में सशक्त हुआ है। संगोष्ठी की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए संगोष्ठी के सह-संयोजक डॉ. कविता दहिया ने बताया कि प्रदेश और पड़ोसी राज्य के 58 से अधिक विद्वानों ने अपने शोध निष्कर्ष पेश किए। विधि विभाग के इंचार्ज डॉ. गजेंदर चौहान ने विद्यार्थियों और शोधार्थियों को कानून अध्ययन करने के अतिरिक्त मौलिक अधिकार लागू करने के लिए प्रेरित किया। प्रो. नांदल ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। मंच संचालन डॉ. ओमप्रभा ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के सभी प्राध्यापक और स्टाफ उपस्थित रहे।