रिजर्व बैंक के कदम से रियल एस्टेट को मिलेगी राहत
कोविड-19 की इस घड़ी में भारतीय रि•ार्व बैंक द्वारा उठाए गए कदम से रियल एस्टेट क्षेत्र को राहत मिलेगी। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि रिजर्ब बैंक ने जो कदम उठाएं हैं उससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना संकट में भारतीय रिजर्व बैंक के कदम से रियल एस्टेट क्षेत्र को राहत मिलेगी। इस क्षेत्र से जुड़े लोगों का कहना है कि रिजर्व बैंक ने जो कदम उठाए हैं उनसे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी, जिसकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन के बीच बैंकों, माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूट और गैर बैंकिग वित्तीय कंपनियों को एक लाख करोड़ रुपये की नकदी देने की जो व्यवस्था की है उसका सकारात्मक परिणाम जरूर मिलेगा।
ग्लोबल सिग्नेचर के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल का कहना है कि बाजार में लिक्विडिटी बहुत जरूरी है और आरबीआइ की नवीनतम घोषणाएं निश्चित रूप से अर्थव्यवस्था में मदद करेगी। इस बार आरबीआई ने रियल एस्टेट क्षेत्र के बारे में भी बोला है। यह स्पष्ट संकेत है कि सरकार देश के दूसरे सबसे बड़े रोजगारदाता के महत्व को समझती है।
हाउसिग डॉट कॉम के ग्रुप सीईओ ध्रुव अग्रवाल का कहना है कि आरबीआइ द्वारा सिस्टम में लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए घोषित किए गए विभिन्न उपाय और रिवर्स रेपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट तक कम करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे वित्तीय तनाव से निपटने में बड़ी मदद मिलेगी। ओमेक्स लिमिटेड के सीईओ मोहित गोयल का कहना है कि आरबीआई की घोषणाएं फाइनेंशियल सेक्टर के साथ-साथ एमएसएमई, कृषि व अन्य रोजगार देने वाले क्षेत्रों के लिए भी काफी अच्छी हैं।