खुल गए मॉल, बंदिशों के बाद भी सहज दिखे लोग
मॉल खुलते ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी। तमाम बंदिशों के बाद भी लोग असहज नजर नहीं आए। चेहरे पर मास्क हाथों में ग्लव्ज और एक दूसरे से दूरी बनाकर चलते लोगों के चेहरों को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई बच्चा छुट्टियों के बाद स्कूल में लौटकर दोस्तों से मिल रहा हो।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
एक जुलाई से मॉल खुलते ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी। कोरोनाकाल के न्यू नॉर्मल (नया सामान्य स्तर) में तमाम बंदिशों के बावजूद लोग असहज नजर नहीं आए। चेहरे पर मास्क, हाथों में ग्लव्ज और एक दूसरे से दूरी बनाकर चलते लोगों के चेहरों को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कोई बच्चा छुट्टियों के बाद स्कूल में लौटकर दोस्तों से मिल रहा हो। मॉल में ज्यादातर रौनक बैंक, मोबाइल सर्विस सेंटरों और कॉफी शॉप्स पर दिखी। मॉल के एंट्री गेट पर खड़ा गार्ड आपका तापमान चेक करता है और आपका नाम पूछते हुए जरूरी जानकारियां देता है। एस्केलेटर्स पर एक छोड़कर दूसरी पर खड़े होने के लिए एक सीढ़ी के अंतराल पर पीले निशान बनाए गए हैं। इसी तरह मॉल में लगी कुर्सियों पर भी एक कुर्सी के अंतराल पर एक क्रॉस का निशान लगाया गया है।
एमजी रोड स्थित डीटी मेगा मॉल, एमजीएफ मॉल, डीटी सिटी सेंटर सहित अन्य मॉल्स के बाहर की चहल पहल बता रही थी कि लोग किस बेसब्री से मॉल खुलने का इंतजार कर रहे थे। विभिन्न स्टोर्स पर भी एक समय पर एक ही ग्राहक को अंदर जाने दिया जा रहा था। ऐसे में बाकी ग्राहक अपनी बारी का बाहर ही इंतजार करते नजर आए।
तकरीबन 103 दिन के बाद साइबर सिटी के सभी शापिग मॉल्स खुल गए हैं। कोरोना संक्रमण के बचाव को मॉल्स के गेट पर ही थर्मल स्कैनिग, सैनिटाइजिग आदि की व्यवस्था की गई है। वहीं मॉल्स में बिना मास्क के प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। पहले दिन ज्यादातर मॉल्स के अंदर दुकानों की साफ सफाई ही होती रही।
शहर के एमजी रोड स्थित एमजीएफ मेट्रोपोलिस मॉल, मेगा सिटी मॉल, सिटी सेंटर, एमजीएफ माल्स में बिना मास्क वालों को मॉल प्रबंधन की तरफ से मास्क उपलब्ध कराया गया। विभिन्न मॉलों की स्थिति यह रही की कर्मचारी और दुकान संचालक बहुत लंबी प्रतीक्षा के बाद अपने-अपने काम पर लौटे थे। ऐसे में बिना जान पहचान के भी लोग एक दूसरे को देखकर अभिवादन करते नजर आए।
कपड़े की दुकान के संचालक मोहित सिंह का कहना था कि उन्हें इस दिन का इंतजार था और सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गए और समय से पहले मॉल पहुंच गए। एक किड्स स्टोर की मैनेजर शिखा वर्मा का कहना था कि नौकरी पर लौटकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है और वे सावधानी और पूरे उत्साह के साथ काम करेंगी। फुटवियर्स स्टोर के मैनेजर सुधीर सैनी का कहना था कि वे समय से मॉल पहुंचे और महीनों से बंद पड़े स्टोर की साफ सफाई करवाई और ग्राहकों के इंतजार में बैठ गए। बुधवार को एक बार फिर से साइबर सिटी के शॉपिग मॉल्स गुलजार हो गए, लेकिन पुरानी रौनक लौटने के लिए मालिकों को अभी कुछ दिन का इंतजार करना पड़ सकता है।