सुगमता: ऑनलाइन राखियों को चुन रहे हैं लोग
रक्षाबंधन से पहले राखियों से बाजारों की चमक जरूर निखरी है लेकिन उतनी संख्या में ग्राहक नहीं आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: रक्षाबंधन से पहले राखियों से बाजारों की चमक जरूर निखरी है लेकिन उतनी संख्या में ग्राहक नहीं आ रहे हैं। इसका कारण है कि लोग बाजारों में निकलना नहीं चाह रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग राखी खरीदने या राखी पोस्ट करने का झंझट नहीं रखना चाहते। ऐसे में लोग ई-कॉमर्स साइटों को ही बेहतरीन विकल्प के तौर पर देख रहे हैं।
सेक्टर 57 निवासी छवि त्रिपाठी लखनऊ में रह रहे अपने भाई को राखी भेजना चाहती थीं। स्थानीय बाजारों में उन्होंने राखियां देखीं तो उन्हें लगा कि इनका नया स्टॉक नहीं है। ऐसे में उन्होंने सोचा कि भाई को राखी ऑनलाइन ही भेजी जाए। सुशांत लोक निवासी किरण सिंह का कहना है कि वे पोस्टऑफिस जाकर देख चुकी हैं, इतनी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं कि उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता। ऐसे में उन्होंने भी मुंबई में रह रहे भाई को शॉपिग साइट से राखी भेजी।
लोग राखियों के लिए ई कॉमर्स साइटों का रुख इसलिए भी कर रहे हैं कि वहां उन्हें लेटेस्ट डिजाइन और मनचाही जगह पर आसान डिलीवरी मिल रही है। बाजार जाने, राखियां खरीदने और फिर पोस्ट करने की झंझट से बचने के लिए लोग राखियां बाजारों से खरीदने में रुचि कम ही दिखा रहे हैं। इस बार यह भी देखने को मिल रहा है कि लोग चाइनीज राखियों से भी तौबा कर रहे हैं।