तो क्या डेढ़ महीने मानेसर क्षेत्र की सफाई के लिए कोई जिम्मेदार नहीं था
आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने मानेसर को बिना किसी ठोस तैयारी के नगर निगम बनाए जाने पर सवाल खड़ा किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार के इस कदम से मानेसर नगर निगम क्षेत्र के 29 गांव के लोग काफी परेशान हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने मानेसर को बिना किसी ठोस तैयारी के नगर निगम बनाए जाने पर सवाल खड़ा किया है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार के इस कदम से मानेसर नगर निगम क्षेत्र के 29 गांव के लोग काफी परेशान हैं। यही नहीं हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) के 12 सेक्टरों में साफ-सफाई की समस्या पैदा हो गई है। यहां ग्राम पंचायतों का कार्यकाल पूरा हो चुका है फंड जमा हो चुके हैं। इसकी वजह से अब गावों में न तो सफाई का कार्य हो रहा है और न ही कूड़ा उठ रहा है।
आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन मानेसर के अध्यक्ष पवन यादव ने बताया कि एचएसआइआइडीसी ने नगर निगम को इस साल 9 फरवरी को चिट्ठी लिख कर सेक्टर एक से 12 तक रखरखाव के लिए नगर निगम को सौंप दिए थे। इनका कहना है कि बेहद हैरानी वाली बात यह है कि मानेसर नगर निगम और एचएसआइआइडीसी का कार्यालय एक ही भवन में है। इसके बाद भी नगर निगम ने इस पत्र का जवाब 46 दिन बाद 23 मार्च को दिया है। उसमें स्पष्ट लिखा गया है कि न तो नगर निगम मानेसर ने इसके लिए कोई पद बनाया है और न ही इसके लिए कोई स्टाफ रखा है। इस कारण अभी इन कामों के लिए नगर निगम हैंडओवर नहीं ले पाएगा।
एचएसआइआइडीसी के सभी टेंडर 31 मार्च को समाप्त हो चुके हैं। एचएसआइआइडीसी ने पत्र लिख कर मान लिया था कि अब वह यह काम नगर निगम मानेसर को स्थानांतरित कर दिया है। नगर निगम के जवाब से अब क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं। एसोसिएशन के महासचिव मनोज त्यागी का कहना है कि यह चिता का विषय है। जल्द से जल्द सरकार को इसका ध्यान देना चाहिए। यह गंभीर मामला है। आइएमटी क्षेत्र में कूड़े का ढेर लगा हुआ है।