अरावली से सटे क्षेत्र में ड्रोन सर्वे के बाद फार्म हाउस मालिकों को नोटिस देने की तैयारी
जिला प्रशासन की तरफ से अरावली के सटे क्षेत्र में शुरू किए गए ड्रोन सर्वे में तेजी आ रही है। वन विभाग के अलावा डीटीपीई की टीम भी सर्वे में लगी हुई है। अरावली से सटे गांव किरनकी भोगपुर रायसीना व गैरतपुर बास इलाके में भी सर्वे कराया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिला प्रशासन की तरफ से अरावली के सटे क्षेत्र में शुरू किए गए ड्रोन सर्वे में तेजी आ रही है। वन विभाग के अलावा डीटीपीई की टीम भी सर्वे में लगी हुई है। अरावली से सटे गांव किरनकी, भोगपुर, रायसीना व गैरतपुर बास इलाके में भी सर्वे कराया जा रहा है। यहां जो भी फार्म हाउस, कालोनियों के रूप में विकसित किए जा रहे हैं, सभी को चिन्हित कर एक सप्ताह के भीतर नोटिस जारी कर दिए जाएंगे।
इसी के साथ-साथ जिला प्रशासन की तरफ से कराए जा रहे सर्वे में लगभग 30 से 35 गांव ऐसे हैं जिन पर पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम लागू होता है। जैसे-जैसे सर्वे का काम आगे बढ़ेगा, साथ ही साथ संबंधित विभाग नोटिस देने से लेकर तोड़-फोड़ के संयुक्त अभियान चलाने की रूपरेखा भी तैयार करेंगे। ड्रोन सर्वे का मुख्य उद्देश्य प्रारंभिक तौर पर फार्म हाउस को चिन्हित कर जांच करना है कि मालिकों द्वारा भू-परिवर्तन उपयोग (सीएलयू) लिया गया है या नहीं। स्वीकृति नहीं है तो सीधा तोड़-फोड़ कार्रवाई होगी। एनजीटी में दायर रिपोर्ट के अनुसार भी होगी कार्रवाई
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में सोनिया घोष बनाम हरियाणा सरकार की याचिका में वन विभाग व अन्य विभागों द्वारा वन जमीनों से जुड़ी रिपोर्ट सौंपी गई है। बताया जा रहा है कि इसमें वन जमीनों पर किए गए निर्माण को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है। इसे भी आधार बनाकर संबंधित विभागों का संयुक्त मोर्चा तोड़-फोड़ कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करेगा।
अंसल रिट्रीट में तोड़-फोड़ के नाम पर लीपापोती का खेल
रायसिना हिल्स में विकसित फार्म हाउस कालोनी अंसल रिट्रीट में भी तोड़-फोड़ के नाम पर लीपापोती का बड़ा खेल चल रहा है। दैनिक जागरण ने पांच अगस्त के अंक में सोहना नगरपालिका अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए तोड़-फोड़ के खेल को उजागर किया था। यहां पर कई निर्माण ऐसे भी थे जो कि बिना किसी स्वीकृति के अरावली के तलहटी में किए जा रहे थे। इस मामले में एक फार्म हाउस मालिक ने सीएम विडो पर भी शिकायत दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि खबर प्रकाशित होने के बाद शिकायतकर्ता को धमकाया गया और दोबारा से शिकायत पर फालोअप न करने के लिए चेतावनी दी है।
अरावली से सटे गांवों में कालोनियों के रूप में विकसित होने वाले फार्म हाउसों का सर्वे किया जा रहा है। एक सप्ताह के भीतर नोटिस जारी कर दिए जाएंगे। ड्रोन सर्वे पर जैसे-जैसे रिपोर्ट आएगी संबंधित विभाग नोटिस जारी करेंगे और संयुक्त तोड़-फोड़ कार्रवाई का प्लान तैयार किया जाएगा।
आरएस बाठ, डीटीपीई