हर रोज प्रदूषित हवा में सांस ले रहा है शहर का आमजन
शनिवार को वायु प्रदूषण ज्यादा रहा। सुबह 6 बजे 416 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण दर्ज किया गया। दिन में भी 400 पीएम 2.5 के आस पास बना रहा। शहर एक माह से ज्यादा समय हो गया है और वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। आए दिन 400 या 400 पीएम 2.5 से ज्यादा प्रदूषण का स्तर दर्ज किया जा रहा है। जबकि 50 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और यहां पर लगातार सामान्य से कई गुणा ज्यादा बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम :
शनिवार को वायु प्रदूषण ज्यादा रहा। सुबह 6 बजे 416 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण दर्ज किया गया। दिन में भी 400 पीएम 2.5 के आस पास बना रहा। शहर एक माह से ज्यादा समय हो गया है और वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। आए दिन 400 या 400 पीएम 2.5 से ज्यादा प्रदूषण का स्तर दर्ज किया जा रहा है। जबकि 50 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और यहां पर लगातार सामान्य से कई गुणा ज्यादा बना हुआ है।
लगातार प्रदूषण रहने के कारण हवा सांस लेने के लायक नहीं बची। डॉक्टरों का कहना है कि अगर कुछ दिन ज्यादा प्रदूषण रहता है तो ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता है लेकिन यू लंबे समय प्रदूषण में रहना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। शहर की हवा में सांस लेना 40 सिगरेट पीने के बराबर ::
जिला नागरिक अस्पताल के फिजिशियन डॉ. नवीन कुमार का कहना है कि वायु प्रदूषण लगातर बना हुआ है और ऐसे पर्यावरण में सांस लेने के मतलब है कि 40 सिगरेट हर रोज पीने के बराबर धुंआ अपने अंदर लेना है। जिससे टीबी, कैंसर और अन्य कई बीमारी होने का खतरा है। डॉक्टरों का कहना है कि बढ़े हुए प्रदूषण से जल्द राहत दिलाने पर काम होना चाहिए। क्योंकि ऐसी हवा दमा मरीजों की मौत का कारण बनेगी और गर्भवती महिलाओं में पल रहे शिशुओं को नुकसान पहुंचा रही है। प्रदूषण का मुख्य कारण :::
शहर में 30 हजार से ज्यादा डीजल ऑटो हैं जो सबसे ज्यादा धुंआ छोड़ रहे हैं। उन्हें बंद करने की हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिफारिश कर चुका है और उनके स्थान पर सीएनजी ऑटो चलाने को कहा गया है लेकिन शहर में वायु प्रदूषण कम करने पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। स्वास्थ्य के लिए वायु में प्रदूषण मात्रा
प्रदूषण लेवल स्वास्थ्य पर प्रभाव
0-50 कोई दुष्प्रभाव नहीं
51-100 संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की तकलीफ।
101-200 आंखों में जलन व सांस और दिल के मरीजों के लिए खतरनाक।
300 प्लस अति प्रदूषित, घर से बाहर निकलने पर चेतावनी