पुलिस कर्मी बन विदेशियों को ठगने वाले दो ईरानी शातिर गिरफ्तार
नकली पुलिस कर्मी बन वीजा जांच करने के नाम विदेशियों को ठगने के आरोप में सेक्टर चालीस क्राइम ब्रांच की टीम ने दो ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नकली पुलिस बन वीजा जांच के नाम विदेशियों को शिकार बनाने वाले दो ईरानी नागरिकों को सेक्टर-40 क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है। उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। दोनों दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में विदेश से इलाज कराने आने वालों को शिकार बनाते थे। पुलिस ने इनके पास से 987 डॉलर बरामद किए हैं। आरोपित होंडा सिटी कार किराये पर लेकर वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने कार भी कब्जे में ले ली है। दोनों टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। पुलिस ने उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया है।
मंगलवार को एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि एक शिकायत पर सेक्टर-40 क्राइम ब्रांच की टीम एक मामले की जांच कर रही थी। सूचना पर दो आरोपितों तैयब (59) और अहसान (33) को दिल्ली के लाजपतनगर से गिरफ्तार किया गया। ये ईरान के शहर तेहरान के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों हिंदी और अंग्रेजी नहीं बोल रहे हैं। इसीलिए पुलिस को पूछताछ में दिक्कत हो रही है। पुलिस दोनों से पूछताछ के लिए ट्रांसलेटर हायर करेगी। पुलिस के मुताबिक ये लोग एक गिरोह की तरह काम करते हैं। सिर्फ दो महीनों के लिए भारत आते हैं। इसके बाद टूरिस्ट वीजा खत्म होने पर चले जाते हैं। इसके बाद दूसरे लोग आ जाते हैं।
इस मामले के बाद पुलिस आई हरकत में
25 नवंबर को थाना सेक्टर-53 में दिल्ली शाहीन बाग निवासी शाहिद पुत्र मो. सादिक ने पुलिस को शिकायत दी थी, जिसमें बताया कि उनकी कंपनी विदेशी लोगों को इंटरप्रेटर उपलब्ध कराती है। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को कदयर हयातबयेवा अपनी बहन सनम हयातबयेवा असकाबाद तुर्कमेनिस्तान इलाज के लिए भारत आए थे। सनम अर्टिमिस अस्पताल से बाहर टहलने के लिए निकल रही थीं। उसी समय बाहर कार में बैठे तीन विदेशी नागरिकों ने अपने आपको पुलिस अधिकारी बताकर पूछताछ के लिए रोका और पासपोर्ट, वीजा और करेंसी चेकिग के नाम पर उसके 2000 डॉलर चोरी कर लिए थे। इसके बाद आरोपित फरार हो गए थे। इस घटना के अलावा तीन अन्य वारदात हुई जिसमें विदेशियों को पुलिस कर्मी बन ठगा गया। पुलिस उन मामलों को भी जोड़ कर जांच कर रही है।