मिल्क प्लांटों के लिए एकमुश्त निपटान योजना
सभी मिल्क प्लांटों के लिए प्रदेश सरकार ने एकमुश्त निपटान योजना तैयार की है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: सभी मिल्क प्लांटों के लिए प्रदेश सरकार ने एकमुश्त निपटान योजना तैयार की है। इसके अंतर्गत मिल्क प्लांट के बकाया मिल्क सेस के चक्रवृद्धि ब्याज को साधारण ब्याज में बदला गया है। इससे प्लांट मालिकों को 1268 करोड़ रुपये का लाभ मिलेगा।
यह जानकारी प्रदेश पशुधन विकास बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ. अभय सिंह यादव ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया कि जिन मिल्क प्लांट मालिकों ने पिछले मिल्क सेस का भुगतान नहीं किया है वह आगामी 11 नवंबर तक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना के लाभ के लिए मिल्क प्लांट मालिक पंचकूला स्थित महाप्रबंधक पशुधन विकास बोर्ड के कार्यालय या अपने नजदीकी सीमन बैंक अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि यदि किसी मिल्क प्लांट की लाइसेंस क्षमता प्रतिदिन 1000 लीटर से अधिक की है, तो इसके लिए सीमन बैंक में उस प्लांट को पंजीकरण कराना व मिल्क सेस का भुगतान करना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 41 मिल्क प्लांट हैं और 10 मिल्क प्लांट ने इस योजना का लाभ उठाकर बकाया मिल्क सेस जमा भी करा दिया है। बाकी मिल्क प्लांट मालिक 11, नवंबर तक एकमुश्त निपटान योजना के तहत सेस जमा करवा सकते हैं।