जीएसटी रिफंड नहीं होने से कपड़ा निर्यातक परेशान
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गारमेंट इंडस्ट्री के हब साइबर सिटी के निर्यातकों की परेशानी
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गारमेंट इंडस्ट्री के हब साइबर सिटी के निर्यातकों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक तो उन्हें केंद्रीय आम बजट से किसी प्रकार की राहत नहीं मिली। ऊपर से इनपुट क्रेडिट के रूप में उन्हें जीएसटी रिफंड भी नहीं मिल रहा है। निर्यातकों का कहना है कि उनका काफी पैसा फंसा होने के कारण वह नया आर्डर नहीं ले पा रहे हैं। उनका कहना है कि असर सरकार उन्हें किसी प्रकार की सुविधा नहीं दे पा रही है तो कम कम उनका टैक्स तो रिफंड कर दे। जिससे वह अपना कारोबार सुचारू ढंग से चलाने में सहूलियत हो सकें।
गुरुग्राम में बड़ी संख्या में गारमेंट सेक्टर की एमएसएमई यूनिट्स हैं। यह उनके के लिए कारोबारी सीजन है। विदेश से जो कुछ भी आर्डर आए हैं उन्हें पूरा करने में दिक्कत आई है। आज उनकी स्थिति ऐसी नहीं है कि वह नया आर्डर ले सकें। इन उद्यमियों को आम बजट से काफी उम्मीदें थीं। मगर यह पूरी नहीं हो सकी हैं। गारमेंट निर्यातक नवीन प्रकाश का कहना है कि है लग रहा था कि सरकार ने बजट में उन्हें कुछ नहीं दिया है हो सकता है उनका टैक्स रिफंड जल्द से जल्द हो जाएगा। लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है।
उद्यमी हरीश शर्मा का कहना है कि गुरुग्राम के परिधान पूरे यूरोप और अमेरिका में निर्यात होते हैं। वैश्विक चुनौती के दौर में आर्डर तो पहले से ही कम मिलने लगे थे अब तो नौबत यह आ चुकी है कि जो आर्डर मिल रहे हैं उन्हें भी पूरा करने में मुश्किल हो रही है। भारतीय निर्यातक संगठनों के महासंघ के मुताबिक छोटे निर्यातकों को सर्वाधिक परेशानी हो रही है। फंड की कमी से वह अपना कारोबार सही तरीके से संचालित करने में परेशानी महसूस कर रहे हैं।
--
गारमेंट निर्यातकों को खासी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। जीएसटी लागू होने के बाद टैक्स रिफंड नहीं होने से समस्या हो रही है। सरकार को इस दिशा में जल्द से सहूलियत देना चाहिए। यह कारोबार का सीजन है ऐसे में दिक्कत होना गारमेंट इंडस्ट्री के लिए बड़ा संकट है।
संजय केडिया, गारमेंट एक्सपोर्टर