जिला बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए 10 नामांकन
कोरोना वायरस की वजह से भले ही जिला बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए मतदान की तिथि तीन अप्रैल से बढ़ाकर 17 अप्रैल कर दी गई है लेकिन इससे पहले की प्रक्रिया जारी है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कोरोना से भले ही जिला बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए मतदान की तिथि तीन अप्रैल से बढ़ाकर 17 अप्रैल कर दी गई है, लेकिन इससे पहले की प्रक्रिया जारी है। 16 से 18 मार्च के दौरान 10 अधिवक्ता विभिन्न पदों के लिए नामांकन दाखिल कर चुके हैं। बृहस्पतिवार नामांकन का अंतिम दिन है। बुधवार को वरिष्ठ अधिवक्ता अभय सिंह दायमा द्वारा नामांकन दाखिल करने के साथ ही चुनावी पारा चढ़ गया। पिछले कई महीनों से इनके चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी। इनके अलावा अध्यक्ष पद के संभावित उम्मीदवारों में एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष पर्वत सिंह ठाकरान एवं पूर्व सचिव विनोद कटारिया के नाम शामिल हैं।
बुधवार तक अध्यक्ष पद के लिए अभय सिंह दायमा के अलावा उपाध्यक्ष पद के लिए रीना झा, राहुल डागर, लोकेश वशिष्ठ एवं नीलम दहिया, सचिव पद के लिए राव नितेश राज, राहुल भारद्वाज एवं संदीप सहरावत, संयुक्त सचिव पद के लिए खुशबू रानी, जबकि कोषाध्यक्ष पद के लिए श्याम शर्मा नामांकन दाखिल कर चुके हैं। इस बार 10 सदस्यीय चुनाव कमेटी का गठन किया गया। इसमें वरिष्ठ अधिवक्ता रतन सिंह राघव, रामानंद यादव, हरकेश शर्मा, धर्मबीर कटारिया, बनवारीलाल, धर्मबीर चौधरी, नूतन यादव, वंदना अग्रवाल एवं मीना हुड्डा को जगह दी गई है। इनमें से रतन सिंह राघव रिटर्निंग ऑफिसर की जिम्मेदारी दी गई है। वैसे चुनाव कार्य में वर्तमान अध्यक्ष मीर सिंह यादव एवं सचिव कमलजीत कटारिया सहित कई वरिष्ठ अधिवक्ता भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। कोरोना से मिला प्रचार का अधिक समय
कोरोना से उम्मीदवारों को प्रचार करने का अधिक समय मिल गया। 21 मार्च को छंटनी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसी दिन शाम को उम्मीदवारों की सूची जारी हो जाएगी। इस तरह 22 मार्च से लेकर 16 अप्रैल तक प्रचार का समय सभी को मिल गया है। सबसे अधिक घमासान अध्यक्ष पद के लिए होने की संभावना है, क्योंकि नामांकन करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता अभय सिंह दायमा एवं संभावित उम्मीदवार पर्वत सिंह ठाकरान व विनोद कटारिया की अधिवक्ताओं पर पकड़ लगभग बराबर है।
जिला बार एसोसिएशन का चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होंगे। कोरोना से मतदान तिथि बढ़ा दी गई है, लेकिन इससे पूर्व की प्रक्रिया तय कार्यक्रम के मुताबिक ही चल रही है।
-रामानंद यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता व सदस्य, चुनाव कमेटी