नगर निगम में हो रहा मलबा घोटाला
निगम सदन की बैठक में पार्षदों ने निजी एजेंसी प्रगति और निगम अधिकारियों पर मिलीभगत कर मलबा घोटाला करने का आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: निगम सदन की बैठक में पार्षदों ने निजी एजेंसी प्रगति और निगम अधिकारियों पर मिलीभगत कर मलबा घोटाला करने का आरोप लगाया। यह एजेंसी नगर निगम क्षेत्र में इमारतों से निकलने वाला मलबा उठाने का कार्य और अवैध रूप से मलबा फेंकने वालों के चालान काटने का काम कर रही है।
पार्षदों का आरोप है कि प्रगति एजेंसी द्वारा कम मलबा उठाकर ज्यादा बिल बनाए जा रहे हैं। बैठक में वार्ड 21 के पार्षद धर्मबीर ने सीएंडडी वेस्ट (मलबे) का मुद्दा उठाया। पार्षद ने कहा कि मलबा सेक्टर 10 में आटो मार्केट की जमीन पर डाला जा रहा है। शहर से मलबा नहीं सिर्फ मिट्टी उठाई जा रही है। पार्षदों ने कहा कि नगर निगम में लूट मची हुई है। पार्षद धर्मबीर ने कहा कि कितना मलबा उठाया है और एजेंसी को कितना भुगतान किया गया है, इन सबकी जानकारी दी जाए। कहां से उठा लिया 2.57 लाख टन मलबा: संयुक्त आयुक्त हरिओम अत्री ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि शहर से अब तक एजेंसी ने 2.57 लाख टन मलबा उठाया है और मलबा डालने के लिए 15 स्थान चिह्नित किए जाने हैं। पार्षदों ने कहा कि इस मात्रा में शहर में मलबा कहां से आया है। एजेंसी के कार्यों और इसको किए गए भुगतान की जांच होनी चाहिए। जांच होने तक इसका भुगतान रोकने की सहमति भी मेयर व पार्षदों ने दी।