Tiddi Dal Attack: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में 2 घंटे तक टिड्डियों के 2 दलों ने मचाए रखा हड़कंप
Tiddi Dal Attack टिड्डियों को देखते ही लोगों ने अपने घरों के दरवाजे से लेकर खिड़कियां तक बंद कर दिए।
गुरुग्राम [आदित्य राज]। Tiddi Dal Attack: शनिवार सुबह लगभग 10 बजे का वक्त। अचानक रेवाड़ी इलाके से टिड्डियों के तीन दल पहुंचे। एक दल नूंह की तरफ चला गया व दो दलों का रुख गुरुग्राम शहर की तरफ हुआ। कुछ ही देर में एक दल जहां गांव दौलताबाद व राजेंद्रा पार्क इलाके में पहुंच गया वहीं दूसरा दल खेड़कीदौला टोल प्लाजा इलाके मेें पहुंच गया। टिड्डियों को देखते ही लोगों ने अपने घरों के दरवाजे से लेकर खिड़कियां तक बंद कर दिए। किसान अपने खेतों में खड़े होकर जबकि शहरी क्षेत्र के लोग अपने अपने घर या फ्लैट की बालकनी में खड़े होकर थालियां बजाने लगे। संभवत यही वजह रही कि टिड्डियों के दल जमीन पर नहीं उतरे। लगभग दो घंटे के भीतर एक दल गांव दौलताबाद से राजेंद्रा पार्क, अशोक विहार, सेक्टर पांच, पालम विहार, उद्योग विहार होते हुए दिल्ली के इलाके में प्रवेश कर गया जबकि दूसरा दल खेड़कीदौला टोल प्लाजा के सामने से होते हुए डीएलएफ के इलाके में पहुंचा। वहां से आया नगर दिल्ली के इलाके में प्रवेश कर गया। कृषि विभाग का दावा है कि जिले में कहीं भी नुकसान नहीं हुआ।
पिछले कई दिनों से टिड्डियों के दलों के गुरुग्राम में पहुंचने की आशंका जताई जा रही थी। शुक्रवार को महेंद्रगढ़ के साथ ही रेवाड़ी इलाके में दलों के पहुंचने के बाद शनिवार सुबह तक गुरुग्राम में पहुंचने की आशंका बढ़ गई थी। इसे देखते हुए जहां कृषि विभाग ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर रखी थी वहीं सभी लोगों काे खासकर किसानों को जागरूक कर दिया था।
स्वरूप गार्डन आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष डीके शर्मा, सेक्टर-31 निवासी नरसिंह सिंह एवं सेक्टर-40 निवासी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि टिड्डियों के झूंड को देखते ही इलाके के काफी लोग सतर्क हो गए थे। दरवाजे एवं खिड़कियों को बंद करने के साथ ही बालकनी में खड़े होकर थालियां बजाने लगे थे। उनका यह भी मानना है कि जिस समय दलों का प्रवेश हुआ उस समय गुरुग्राम इलाके में हवा चल रही थी। इस वजह से टिड्डियों के दल नीचे नहीं आए। वैसे बताया जाता है कि शहर के कुछ इलाकों में ऊंची इमारतों से टकरा कर कुछ टिड्डियां नीचे आ गई थीं। इसे देखकर लाेग अपने पौधों के गमले घरों के भीतर रखने लगे थे।
200 स्प्रे पंप की व्यवस्था थी
टिड्डियों के दलों से निबटने के लिए कृषि विभाग की ओर से 200 स्प्रे पंप की व्यवस्था की गई थी। सात फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पटौदी इलाके में तैनात कर दी गई थीं। टिड्डियों को खत्म करने के लिए दो हजार लीटर क्लोरोपाइरीफॉस का इंतजाम किया गया था। कहीं भी टिड्डियों के नीचे नहीं आने से जिला प्रशासन से लेकर आम लोगों ने राहत की सांस ली।
आत्माराम गोदारा (उपनिदेशक, कृषि विभाग, गुरुग्राम) का कहना है कि टिड्डियों के तीन दल रेवाड़ी इलाके से पटौदी इलाके में पहुंचे थे। पटौदी से एक दल नूंह की तरफ चला गया। दो दल गुरुग्राम शहर की ओर पहुंचे लेकिन कहीं भी नीचे नहीं आए। इस वजह से जिले में कहीं भी नुकसान नहीं हुआ। यदि नीचे आते तो निश्चित रूप से कुछ न कुछ नुकसान हो जाता। वैसे प्रशासन की तरफ तैयारी में किसी भी स्तर पर कमी नहीं थी। सभी दल की लंबाई लगभग एक-एक किलोमीटर की थी। सभी दलों में लाखों टिड्डियां थीं।