लॉकडाउन के बीच आसमान में दिखा ऐसा नजारा, तस्वीरें देखकर आप भी नहीं कर पाएंगे यकीन
सुशांत लोक में रहने वाले एक फोटोग्राफर के कैमरे में आकाश का अदभुत दृश्य कैद हुआ है। फोटो में पृथ्वी के साथ तारें घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं।
गुरुग्राम [आदित्य राज]। कभी प्रदूषण के लिए पूरी दुनिया में बदनाम दिल्ली-एनसीआर से अब आकाश के अद्भुत दृष्य देखे जा सकते हैं। यह वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से लागू लॉकडाउन से संभव हुआ है। वातावरण इतना शुद्ध हो चुका है कि पहाड़ी इलाके जैसे फोटो अपने घरों की छत से लिए जा सकते हैं। इसका प्रमाण है सुशांत लोक फेज-एक में रहने वाले फोटोग्राफर अंकुर रावत के कैमरे में कैद फोटो।
फोटो में पृथ्वी के साथ तारें घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस बात की पुष्टि सेवानिवृत्त मौसम वैज्ञानिक पीएन सिंह ने भी की है। मूल रूप से उत्तराखंड के देहरादून निवासी अंकुर रावत फोटोग्राफी का शौक रखते हैं।
घर की छत से ली तस्वीर
अंकुर ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से वातावरण में कितना परिवर्तन आया है। इसके लिए उन्होंने 10 दिन पहले घर की छत पर अपने कैमरे को सेट करके लगा दिया। कैमरे में जो कुछ दृश्य सामने आए उससे वह भी अचंभित हो गए। उन्होंने अपने मकान मालिक सेवानिवृत्त मौसम वैज्ञानिक पीएन सिंह को फोटो के बारे में जानकारी दी।
अंकुर रावत कहते हैं कि इस तरह का दृश्य पहाड़ी इलाकों से लेना भी कई बार संभव नहीं हो पाता है। इससे साफ है कि लॉकडाउन के दौरान वातावरण कितना साफ हो चुका है।तीन घंटे तक कैमरे को छत पर लगाकर रखाफोटोग्राफर अंकुर रावत कहते हैं कि उन्होंने अपने कैमरे को घर की छत पर तीन घंटे तक लगाकर रखा। कैमरे ने हर 25 सेकंड पर एक शॉट लिया। तीन घंटे के दौरान लिए गए सभी शॉट को सॉफ्टवेयर के माध्यम से मिलाया फिर अद्भुत दृश्य सामने आया।
इस तरह के फोटोग्राफ्स कैमरे में कैद पहाड़ी इलाकों में ही किए जा सकते हैं। उन पहाड़ी इलाकों में जहां हवा पूरी तरह साफ है। उत्सुकतावश उन्होंने कैमरे को छत पर सेट किया था। फोटो से साफ है कि दिल्ली-एनसीआर में वातावरण कितना साफ हो गया है।
लॉकडाउन से खत्म हो गई धूल की परत
फोटो देखने के बाद दैनिक जागरण से बातचीत में सेवानिवृत्त मौसम वैज्ञानिक पीएन सिंह ने कहा कि लॉकडाउन प्रकृति के लिए वरदान साबित हुआ है। आकाश में बनी धूल की परत खत्म हो चुकी है यानी धूल के करण सतह पर आ चुके हैं। इस वजह से आकाश नीला दिखाई देने लगा है।
फोटो को देखने से साफ है कि आकाश में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन सहित अन्य गैस के ही कण मौजूद हैं। इनकी वजह से देखने में कोई परेशानी नहीं होती है। आकाश साफ तभी नहीं दिखाई देता है जब धूल की परत ऊपर बन जाती है। आवश्यकता है वातावरण को इस तरह बनाए रखने की। इसके लिए सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा।