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गुरुग्राम में पाथवेज स्कूल के खिलाफ जांच के आदेश, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया एक्शन

पाथवेज स्कूल एसोसिएशन गुरुग्राम की अध्यक्ष ने गौरी ने कहा कि स्कूल की मनमानी को देखते हुए उन्होंने इस संगठन को बनाया और सभी ने मिलकर जिला शिक्षा अधिकारियों से भी शिकायत की कि स्कूल सरकार और कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए अतिरिक्त स्कूल फीस मांग रहा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 08:30 PM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 08:30 PM (IST)
गुरुग्राम में पाथवेज स्कूल के खिलाफ जांच के आदेश, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया एक्शन
बालियावास स्थिति पाथवेज स्कूल की फाइल फोटो

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। बालियावास स्थिति पाथवेज स्कूल में पिछले दिनों पांच विद्यार्थियों को टर्मिनेशन लेटर भेजने के आरोप में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मामले की जांच का जिम्मा जिला उपायुक्त को सौंपा है। अभिभावकों ने स्कूल के खिलाफ मुख्यमंत्री से लेकर एनसीपीसीआर तक को शिकायत दी जिसके बाद स्कूल के खिलाफ जांच के आदेश हुए हैं। इसी मामले में अतिरिक्त जिला आयुक्त ने बृहस्पतिवार को अभिभावकों को बुलाकर बैठक की और कहा कि अभिभावकों का पक्ष सुनने के बाद वे स्कूल का पक्ष सुनेंगे और इस मामले उचित कार्वाई करेंगे। एनसीपीसीआर ने अपने पत्र में उपायुक्त से सेक्शन बच्चों के प्रति हिंसा और मानसिक प्रताड़ना के लिए 77 और सेक्शन 17 के तहत जांच करने को कहा है।

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इस जांच की रिपोर्ट उपायुक्त को दस दिनों के अंदर भेजनी है। पाथवेज मामले में ट्विटर पर भी लड़ाई तेज हो गई है। इससे कई नामी गिरामी हस्तियां और टीवी सेलिब्रिटी जुड़ चुके हैं। अभिभावकों का कहना है कि अब उन्हें इंसाफ की आस नजर आ रही है।

यह था मामला

बलियावास स्थित पाथवेज स्कूल के पांच विद्यार्थियों के अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन की तरफ से टर्मिनेशन का नोटिस भेज दिया गया था। इसमें विद्यार्थियों की नहीं, बल्कि उनके अभिभावकों की गलती का हवाला देते हुए कहा गया था कि क्योंकि इन अभिभावकों ने फीस के मुद्दे पर पेरेंट्स एसोसिएशन बनाकर लोगों को उकसाया, शिक्षा अधिकारियों को इसकी जानकारी दी और कोर्ट तक गए। अब इन बच्चों को स्कूलों ने 16 जुलाई तक सत्र पूरा होने तक ही स्कूल में पढ़ाने को कहा है, इसके बाद उन्हें स्कूल छोड़ना होगा।

पाथवेज स्कूल एसोसिएशन गुरुग्राम की अध्यक्ष ने गौरी ने कहा कि स्कूल की मनमानी को देखते हुए उन्होंने इस संगठन को बनाया और सभी ने मिलकर जिला शिक्षा अधिकारियों से भी शिकायत की कि स्कूल सरकार और कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए अतिरिक्त स्कूल फीस मांग रहा है। स्कूल प्रबंधन के मुताबिक स्कूल की तरफ से इन अभिभावकों को पहले भी कारण बताओ नोटिस दिया गया था कि वे क्यों स्कूल की छवि झूठे आरोप लगाकर खराब कर रहे हैं।

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