लॉकडाउन के दौरान अपने साथ सबका रूटीन बनाएं और अपनों संग बिताएं क्वालिटी टाइम
लॉकडाउन से पहले तक रुचिका का शेड्यूल तय था सबकी पसंद का ध्यान रखते हुए समय पर उनकी जरूरतें पूरी करती थीं। अब पहले के मुकाबले ज्यादा व्यस्त रहती हैं।
गुरुग्राम (प्रियंका दुबे मेहता)। ‘मम्मी, कोई स्नैक्स बना दो..,यार एक कप कॉफी पिला दो..,बहू कुछ अच्छा बना दो..’। अब तो समझ आ गया होगा कि डिमांड कई हैं और पूरा करने वाली एक। नोएडा सेक्टर 23 निवासी रुचिका चावला के घर पर उनके सास-ससुर, बच्चे और पति हैं। लॉकडाउन से पहले तक रुचिका का शेड्यूल तय था, सबकी पसंद का ध्यान रखते हुए समय पर उनकी जरूरतें पूरी करती थीं। अब जबकि सब घर पर हैं, तब किसी भी समय कोई डिमांड आ जाती है।
मनोरंजन के लिए नहीं बचता है समय
फरमाइशें पूरा करने में दिन निकल जाता है और खुद के मनोरंजन के लिए समय ही नहीं बचता है। न सुकून से बैठकर सहेलियों से फोन पर चार बातें कर पाती हैं और न ही कुछ देर बैठकर टीवी देख पाती हैं। रुचिका जैसी तमाम गृहिणियां इसी तरह से परिवार और जरूरतों के बीच दिन बिता रही हैं। बाकी लोगों के वर्क फ्रॉम होम के चलते खुद का शेड्यूल नहीं बना पा रही हैं। ऐसे में ’हीलिंग कंवर्जेशंस’ की न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट व लाइफस्टाइल कोच तेजस्विनी सिन्हा बता रही हैं कि कैसे अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करें, कुछ नियम बनाकर कैसे दिन व्यतीत करें।
रूटीन खुद डिजाइन करें
बच्चों की ऑनलाइन स्टडी हो या फिर पति का वर्क फ्रॉम होम। उनके लिए एक रूटीन बनाएं। उन्हें पहली की तरह ब्रेकफास्ट दें, लंच बनाकर रख दें। यह न सोचें कि किसी को ऑफिस नहीं जाना है तो भोजन देर से बनाएंगी।
सिखाएं घर के काम
अक्सर मां सोचती हैं कि उनके बच्चों के पास समय कहां है, उन्हें घर के काम सिखाए जाएं। आप बच्चों से लेकर बड़ों तक को न केवल काम सिखा सकती हैं बल्कि उनकी मदद से आप अपना काम भी समय पर पूरा कर सकती हैं। अब समय हैं, परिवार वालों को बताने का कि जितना काम वे कर रहे हैं, उतना ही आप भी करती हैं। ब्रेक में साथ में एंज्वाय करें।
परिवार के साथ बिताएं क्वालिटी टाइम
आप केवल कामकाजियों की देखभाल के लिए नहीं हैं। जब वे बीच-बीच में खेलते हैं तो बजाए उनके लिए तरह-तरह के स्नैक्स तैयार करने के, उनके साथ खेल में हिस्सा लें। हो सके तो घर के बुजुर्गों को भी शामिल करें। याद करें, इस क्वालिटी टाइम के लिए तो आप परेशान थीं।