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Coronavirus: गुरुग्राम में बनाए गए 45 कंटेनमेंट जोन, देखें पूरी सूची

गुरुग्राम ब्लॉक में 45 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। जिलाधीश द्वारा जिला आपदा प्रबंधन समिति व कंटेनमेंट समीक्षा कमेटी की अनुशंसा पर कंटेनमेंट जोन के संशोधित आदेश जारी किए गए हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 01:46 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 01:46 PM (IST)
Coronavirus: गुरुग्राम में बनाए गए 45 कंटेनमेंट जोन, देखें पूरी सूची
Coronavirus: गुरुग्राम में बनाए गए 45 कंटेनमेंट जोन, देखें पूरी सूची

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। गुरुग्राम के जिलाधीश अमित खत्री ने बुधवार को कंटेनमेंट जोन को लेकर नए आदेश जारी किए हैं। गुरुग्राम ब्लॉक में 45 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। नए आदेश में कंटेनमेंट समीक्षा समिति की अनुशंसा पर गुरुग्राम ब्लॉक के त्यागीवाड़ा व सोहना ब्लॉक के शिवकुंड, भगतवाड़ा एवं ठाकुर वाड़ा को कंटेनमेंट से मुक्त किया गया है।

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जिलाधीश द्वारा जिला आपदा प्रबंधन समिति व कंटेनमेंट समीक्षा कमेटी की अनुशंसा पर कंटेनमेंट जोन के संशोधित आदेश जारी किए गए हैं। जितने कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं उतने ही उनके साथ लगते क्षेत्रों को बफर जोन घोषित किया गया है।

आयुर्वेद से हो सकेगा कोरोना का बचाव

कोरोना का भले ही कोई एलोपैथी उपचार नहीं है लेकिन आयुर्वेदिक ग्रंथों में ऐसे योगों के बारे में लिखा गया है कि किसी भी प्रकार के संक्रामक रोग का उपचार ही नहीं करते बल्कि फैलने से भी रोकते है। आयुर्वेदिक ग्रंथ, आयुर्वेद सार संग्रह, भारत भेषज रत्नाकर व रस तंत्र सार सिद्ध प्रयोग संग्रह के अनुसार जब कोई भी संक्रामक रोग जोरों से फैल रहा हो, जैसे- मलेरिया, माता, प्लेग आदि, उस समय निर्मली बीज चूर्ण दो रत्ती, गुलाब जल, जवाहर मोहरा पिष्टी, तीन रत्ती सेवन करने से संक्रामक रोगों का भय नहीं रहता है। यह मिश्रण हृदय, मस्तिष्क, यकृत, पाचन इंद्रियों को बल देने में लाभ करता है।

कोविड-19 के लक्षणों के बारे में धनवंतरि आयुर्वेदिक चिकित्सालय के वैद्य खुशीराम कौशिक ने बताया कि कफ, ज्वर, थकान, जी मिचलाना, सांस लेने में तकलीफ होती है जो कि सामान्य लक्षणों के जैसे ही हैं, जब उनका उपचार आयुर्वेद से संभव है तो इसका भी हो सकता है। इसके लिए आयुर्वेद के दुर्जल्जेता रस का प्रयोग किया जाना चाहिए। इस रस को उचित अनुपात (जैसे-पान के रस या अदरक रस या गर्म जल का उपयोग) लक्षण और दोषों के अनुसार प्रयोग करना चाहिए।


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