जीवनदायिनी अरावली रोजाना हो रही छलनी
अरावली की पहाड़ियों को न केवल गुरुग्राम के लिए बल्कि पूरे एनसीआर के लिए जीवनदायिनी माना जाता है। खनन माफिया अरावली को प्रतिदिन छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
महावीर यादव, बादशाहपुर (गुरुग्राम) अरावली की पहाड़ियां न केवल गुरुग्राम, बल्कि पूरे एनसीआर के लिए जीवनदायिनी मानी जाती हैं। खनन माफिया अरावली को प्रतिदिन छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह अवैध खनन रोकने वाले अधिकारियों को अपने वाहन से कुचलने के प्रयास से भी नहीं हिचकते। इसका जीवंत उदाहरण बृहस्पतिवार को रायसीना क्रेशर जोन में अवैध खनन निरोधक दस्ते पर दो बार वाहन चढ़ाने का प्रयास का है। इससे पहले भी खनन माफिया कई बार ऐसी हरकत कर चुके हैं। शासन व प्रशासन इस अवैध खनन को रोकने के लिए तमाम कोशिश कर चुका है, पर खनन माफिया के सामने सब कोशिशें बेकार साबित हुई हैं। अरावली व शिवालिक की पहाड़ियों में अवैध खनन रोकने को दो अलग-अलग टीमें बनीं। अरावली के लिए अवैध खनन निरोधक दस्ता (दक्षिण) का इंचार्ज डीएसपी प्रीतपाल को बनाया गया। इंस्पेक्टर आनंद ¨सह समेत इस दस्ते में पुलिस विभाग और खनन विभाग के 26 कर्मचारी शामिल किए गए। इसमें दो निरीक्षक स्तर के अधिकारी खनन विभाग के अधिकारी हैं। वर्जन.. दस्ते का गठन होने के छह महीने के कार्यकाल में अवैध खनन में लगी 600 गाड़ियों को जब्त किया गया है। 27 करोड़ रुपये की रिकवरी हुई है। अब अवैध खनन पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इसमें लगे लोगों की पहचान कर उन्हें यह काम छोड़ने के लिए समझाने का प्रयास भी हो रहा है। वहीं उन रूटों की पहचान की गई है, जहां से अवैध खनन होता है। जेसीबी से खोदकर भी रास्ते बंद किए जा रहे हैं। अवैध खनन और चोरी का पत्थर खरीदने वाले क्रेशर मालिकों पर भी सख्ती की जा रही है। -एसीपी प्रीतपाल, इंचार्ज, अवैध खनन निरोधक दस्ता (दक्षिण)
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