Janmashtami 2020: जन्माष्टमी पर गुरुग्रामवासियों को मिली अच्छी खबर, मंदिर में होंगे बांके बिहारी के दर्शन
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्त यशोदा नंदन के दर्शन मंदिरों में कर सकेंगे। जिला प्रशासन की ओर से धार्मिक स्थलों के खुलने का आदेश मंगलवार की शाम जारी किया गया।
गुरुग्राम [सत्येंद्र सिंंह]। कोरोना वायरस के चलते 23 मार्च से बंद धार्मिक स्थल बुधवार से पूजा-अर्चना के लिए कोविड-19 से संबंधित शर्तों के साथ खुल जाएंगे। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्त यशोदा नंदन के दर्शन मंदिरों में कर सकेंगे। जिला प्रशासन की ओर से धार्मिक स्थलों के खुलने का आदेश मंगलवार की शाम जारी किया गया। जिसके बंद कई मंदिरों की संचालक समिति के लोग खुश हैं वे मंदिर में श्री कृष्ण जन्म मनाने के लिए झांकी तैयार कराने में भी लग गए हैं। अन्य धार्मिक स्थलों में भी खोलने से पहले कोविड-19 के तहत सुरक्षा इंतजाम करने की तैयारी शुरू कर दी गई।
धार्मिक स्थलों के प्रवेश द्वार पर भक्तों के शरीर के तापमान की जांच के लिए थर्मल स्कैनर का होना जरूरी है। इसी के बाद उन्हें वहां प्रवेश मिलेगा। वहां सैनिटाइजर की भी व्यवस्था होनी चाहिए। धार्मिक स्थल के पास कोविड-19 से संबंधित मानकों के बारे में लोगों को जागरूक करने वाला प्रचार नियमित रूप से होना चाहिए। वहां पर कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी पोस्टर व बैनर भी होना जरूरी है। धार्मिक स्थलों के अंदर सिर्फ उन्ही भक्तों को अनुमति होगी जो फेस मॉस्क लगा कर आएंगे। भक्तों के लिए यह जरूरी होगा कि वह अपने जूते व चप्पलों को अपने अपने वाहनों के अंदर या ऐसे स्थान पर रखेंगे जहां पर उसकी व्यवस्था हो। भीड़ प्रबंधन की भी ठोस व्यवस्था होनी चाहिए। भक्तों को शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखना होगा।
धार्मिक स्थलों में प्रवेश से पहले सभी को साबुन से अपने हाथ और पैर को साबुन से धोना होगा। भक्तों के बैठने की व्यवस्था भी शारीरिक दूरी के हिसाब से होनी चाहिए। धार्मिक स्थल परिसर में किसी चीज को छूने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी प्रकार से प्रसाद वितरण नहीं किया जाएगा। धार्मिक स्थल की फर्श को कई बार सफाई भी होनी जरूरी है।
जिला प्रशासन के इस आदेश का भक्तों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि अब वह मंदिरों में जाकर श्री कृष्ण भगवान की उपासना कर सकेंगे। बता दें कि केंद्रीय सनातन धर्म सभा के प्रतिनिधिमंडल में शामिल कई मंदिरों की संचालन समिति के पधाधिकारियों ने रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर मंदिर खोलने की मांग की थी। केंद्रीय सनातन धर्म सभा के पदाधिकारी सुरेंद्र खुल्लर व बोधराज सीकरी ने प्रशासन के फैसले पर खुशी जाहिर की है।