Move to Jagran APP

पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में CM मनोहर लाल खट्टर बोले दूसरे राज्य भी खेलों में हरियाणा को कर रहे फालो

पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का संबोधन हुआ। उन्‍होंने कहा क‍ि हमारे पैरालंपिक खिलाड़ी पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। शरीर में हुई कमी को पीछे छोड़ते हुए ये खिलाड़ी मेडल हासिल करने के लिए शीर्ष तक पहुँचे हैं।

By Edited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 06:45 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 06:45 PM (IST)
पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में CM मनोहर लाल खट्टर बोले दूसरे राज्य भी खेलों में हरियाणा को कर रहे फालो
सम्‍मान समारोह को संबोधित करते हुए मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। सेक्‍टर-23 में आयोजित पैरालंपिक खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का संबोधन हुआ। उन्‍होंने कहा क‍ि हमारे पैरालंपिक खिलाड़ी पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। शरीर में हुई कमी को पीछे छोड़ते हुए ये खिलाड़ी मेडल हासिल करने के लिए शीर्ष तक पहुँचे हैं। आज हरियाणा को खेल में दूसरे राज्‍य भी फालो कर रहे हैं। अभी हाल में ही गुजरात की एक टीम हरियाणा का दौरा करके गई है और दूसरी आई हुई है। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि हमारी धरती किसानों की धरती है खिलाडियों की धरती है। हमारे खिलाडियों ने बहुत मेडल जीते हैं, लेकिन एक कसक अभी भी बाकि है।

loksabha election banner

हमारा देश ओलंपिक और पैरालंपिक की मेडल टेली में काफी नीचे रहता है, लेकिन हमें वहां से देश को शीर्ष पर लेकर जाना है। इसके लिए हरियाणा में खेल नर्सरी की संख्या 500 तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। अगले ओलंपिक के लिए खेलमंत्री ने 100 प्रतिभागी और 50 मेडल का लक्ष्य रखा है। सीएम ने कहा कि बजट की चिंता नहीं करना है और देश के लिए ज्यादा से ज्यादा मेडल लाना ही लक्ष्य रखना होगा। प्रदेश के खिलाडि़यों को खेलों में अपनी लोकप्रियता को बरकरार रखना होगा। इस बार खेलो इंडिया हमारे हरियाणा में हो रहा है। खिलाडि़यों से उम्‍मीद है कि वह पिछले सारे रिकार्ड तोड़ कर नए रिकॉर्ड बनाएंगे। रविवार के बावजूद इस कार्यक्रम के बाद तुरंत ही इनके बैंक अकाउंट में इनामी राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।


गोली लगने पर भी नहीं मानी हार

खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि सरकार सुविधा देने पर तेजी काम कर रही है। 19 पैरालिम्पिक गए थे रियो 2016 में और आज टोक्यो में 54 खिलाड़ी गए । जिन्‍होंने 19 पदक हासिल कर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया । खिलाड़ियों ने पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया। सलाम ऐसे खिलाड़ियों को। कुछ साल पहले मुझे भी गोली लगी, लेकिन मैंने हार न मानी । पैरा खिलाडी हमारे हीरो हैं। खिलाड़ी को पदक के लिए नहीं बल्कि बेहतर प्रदर्शन पर ध्‍यान देने की जरूरत है। खिलाड़ियों के लिए लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। खेलमंत्री ने कहा क‍ि अगले ओलिंपिक में 100 खिलाड़ी जाएं और देश के लिए 50 पदक जीत कर लाने चाहिए।

बचपन में पोलियों हुआ था, दौड़ने का जज्‍बा रखा बरकरार

पदक विजेता सिंहराज ने कहा कि बचपन मे पोलियो हुआ था, लेकिन दौड़ने की लिए सोचता था। इसके लिए मेरी मां ने प्रेरित किया और मैने दौड़ने का जज्‍बा बरकरार रखा। मेरे लिए गौरव की बात है मैं भारतीय हूं। कोरोना काल मे अभ्यास करना मुश्किल था उस समय सरकार के द्वारा दिए गए,उससे शूटिंग रेंज बनाए। 10,50 मीटर शूटिंग में पदक जीते। प्रधानमंत्री ने जीत का जो मंत्र दिया था उससे खिलाड़ियों ने अधिक पदक जीते। वहीं, सुमित अंतिल ने साल 2015 में भाला फेंक खेलना शुरू किया।

उसने वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ पदक जीता और अब आगे अधिक पदक जीतने का लक्ष्य रखा है। शूटिंग में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले मनीष नरवाल ने कहा कि सोचा नहीं था कि यहां तक पहुच पाऊंगा। मेरे खेल का सिलसिला 2016 से शुरू हुआ और 2018 एशियन में पदक जीते। डिस्कस थ्रो खिलाड़ी योगेश कथूरिया ने कहा कि 2017 में खेलना शुरू किया तो सोचा नहीं कि यहां तक पहुंच पाऊंगा। मेहनत और लोगों की दुआएं काम आई। उसी का नतीजा है जो इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

तीरंदाजी खिलाड़ी कांस्य पदक जीतने वाले हरविन्द्र सिंह ने कहा कि पदक जीतने की खुशी जब बढ़ जाती है जब, जनता व सरकार सम्मान व प्यार देती है, 2012 ओलिंपिक में देखकर खेलने का मन बनाया, कोरोना महामारी के दौरान खेतो में प्रैक्टिस की।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.